नाराज छात्रों ने बीएचयू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को किया बंद ,पुलिस ने की इलाके की घेराबंदी


वाराणासी. काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में गुरुवार को हुए बवाल के बाद शुक्रवार सुबह ही नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर वहीं धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कैंपस के भीतर कई स्थानों पर 'वीसी भटनागर भटक गए', पुलिस चलाएगी विश्वविद्यालय' जैसे पोस्टर भी लगाए गए हैं।


छात्रों की मांग है कि कैम्पस से पुलिस ,पीएसी और फोर्स को बाहर किया जाए।जिन्होंने कल छात्रों पर लाठीचार्ज किया उनको बर्खास्त किया जाए।प्रॉक्टर और वीसी को हटाया जाए। हॉस्टल तत्काल खोला जाए।


वही कंदवा निवासी तुलसी सिंह अपने नाती मुदित सिंह को खोजते हुए पहुंचे। उन्होंने बताया उनका नाती बीए थर्ड ईयर का छात्र है। गुरुवार शाम से ही गायब हैं। 5 बजे उसने फोन किया था कि नाना आप लेने आ जाइए। उसके बाद उसका फोन बंद हो गया।


वहीं कुछ छात्रों का दावा है कि पुलिस मुदित को उठाकर कहीं ले गयी है। आरोप है कि इसके अलावा और भी कुछ छात्रों को भी पुलिस ने उठाया है।


यह है मामला
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में गुरुवार दोपहर पुराने विवाद को लेकर बिरला व लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के छात्रों में पथराव शुरू हो गया था। सूचना मिलने पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। छात्रों के विवाद को शांत कराया गया था। लंका एसओ भारत भूषण की अगुवाई में दोनों छात्रावासों की चेकिंग की गई। इस दौरान छतों पर भारी मात्रा में पत्थर मिले और एलबीएस में एक तमंचा भी बरामद किया गया था।