सुलतानपुर शहर में रंगों के हिसाब से सड़कों पर दौड़ेंगे ई रिक्शा

रिपोर्ट_प्रभ जोत सिंह जिला ब्यूरो चीफ

इंडेविन टाइम्स न्यूज नेटवर्क

  1. तय रूट से इतर सड़कों दिखाई देते ही तुरंत होगा यातायात पुलिस द्वारा चालान।
  2. शहर में अब रंगों के हिसाब से सड़कों पर दौड़ेंगे ई रिक्शा

सुलतानपुर ।शहर में अवैध टेंपो- टैक्सी स्टैंड हटाने के मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अब उपसंभागीय परिवहन विभाग भी इसे लेकर गंभीर हो गया है, हालांकि एआरटीओ नन्द कुमार पहले से ही सतर्क हैं ।उन्होंने शहर में जाम की समस्या बनें ई रिक्शों के बिना अनुमति और निर्धारित रूट से इतर चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है । तय रूट के अलावा ई-रिक्शा संचालन प्रतिबंधित रहेगा । 

इसके साथ ही एआरटीओ नन्द कुमार ने शहर में संचालित सभी अवैध टैक्सी स्टैंड खत्म कराने की दिशा में प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं । जिले में विशेष तौर पर शहर में यातायात समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए अवैध रूप से संचालित आटो, टेंपो टैक्सी स्टैंड पर उनके द्वारा अभियान चलाया जाता रहता है। के.डी न्यूज़ यूपी से बात करते हुए एआरटीओ नंद कुमार ने कहा कि आम आदमी को सुगम यातायात मिले ,यह उनकी  प्राथमिकता में है। इसके लिए सभी को इसे ध्यान में रखते हुए कार्रवाई अमल में लानी होगी। 

उन्होंने कहा कि जाम का कारण बनें सड़क पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों के खिलाफ भी सख्ती से अभियान चलाने की जरूरत है ।उन्होंने कहा कि रूट निर्धारित कराए बिना और बिना परमिट के शहर भर में घूम- घूमकर सवारियां और माल ढुलाई में लगे ई रिक्शों को तय रूट पर ही चलने का निर्देश दिया गया है। शहर को जाम और प्रदूषण से बचाने के लिए एआरटीओ नन्द कुमार ने बड़ी पहल की है । 

उन्होंने शहर की सड़कों पर चलने वाले ई रिक्शों को अलग -अलग सड़कों के लिए अलग अलग रंग निर्धारण किया है । शहर में ई-रिक्शा के संचालन हेतु चार रूट निर्धारित करते हुए प्रत्येक रूट पर ई-रिक्शा हेतु विशिष्ट कलर कोडिंग की व्यवस्था की गयी है। निर्धारित सड़कों मुरलीनगर से बस स्टैण्ड-पीला रंग, अमहट चौराहा से बस स्टैण्ड-लाल रंग,पयागीपुर चौराहा से बस स्टैण्ड-नीला रंग,  टॉटियानगर से टेढ़ुई होते हुए बस स्टैण्ड तक हरा रंग तय किया है ।  

शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसी भी प्रकार के ई-रिक्शा संचालन की अनुमति नहीं है । एआरटीओ नन्द कुमार ने बताया कि जनपद में कुल 5400 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं, जिनमें से उपरोक्त रूट के अनुसार 1800 ई-रिक्शा को कलर कोडिंग के अनुसार कलर कराया जा चुका है ।