सुसाइट प्वाइंट बनी पुलिस लाइन का निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत

रिपोर्ट_प्रभ जोत सिंह जिला ब्यूरो चीफ

इंडेविन टाइम्स न्यूज नेटवर्क 

  • 12वी मंजिल से महिला ने कूदकर दी अपनी जान।
  • आखिर इस सुसाइट को क्या समझे, मानसिक संतुलन खराब या आशनाई?

सुल्तानपुर। जनपद सुल्तानपुर थाना कोतवाली नगर के अंतर्गत बीते दिन पुलिस लाइन आरक्षियों के लिए बन रहे बहुमंजली इमारत के नीचे उस समय हड़कंप मच गया, जब निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत के 12वी मंजिल से एक महिला ने कूदकर अपनी जान दे दिया। यही नहीं मरने से पहले महिला ने पेन से अपने हाथ पर जहां एक तरफ लिखा था कि पापा-मां मुझे माफ करना, वही हाथ के पीछे दूसरी तरफ जिला अस्पताल शाहगंज किसी डॉक्टर अमित सिंह का नाम लिखा था। फिलहाल पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम में भेजकर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बताते चलें की पूरा मामला कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में स्थित पुलिस लाइन का है। जहां पुलिस लाइन में आरक्षियों के रहने के लिये बहुमंजिला इमारत का निर्माण कार्य किया जा रहा है। बीते दिन विवेक नगर निवासी शिवराम सिंह की 25 वर्षीय पुत्री प्रियंका सिंह इसी बिल्डिंग के 12वी मंजिल पर चढ़ी और वही से नीचे कूद गई। महिला को ऊपरी मंजिल से कूदता देख वहां खड़े लोग सन्न रह गए। आनन-फानन में महिला को इलाज के लिये जिला अस्पताल लाया गया जहां थोड़ी ही देर में ईलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। 

पुलिस लाइन आरआई व महिला के परिजनों के कथनानुसार महिला का मानसिक संतुलन कुछ ठीक नहीं था, जबकि महिला ने कूदने से पूर्व अपने हाथ पर पेन से मोबाइल नम्बर लिखा था, और साथ ही लिखा था, पापा मां मुझे माफ कर देना। यही नहीं हाथ के दूसरी तरफ महिला द्वारा जिला चिकित्सालय शाहगंज किसी डॉक्टर अमित सिंह का नाम लिखा गया था। 

सोचनीय बात तो यह है कि अगर महिला का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था, तो उसके हाथ पर लिखे गए उक्त शब्दो को क्या समझा जाय? फिलहाल सुल्तानपुर पुलिस अपनी नाक बचाने के लिए मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।

बताते चलें जैसा कि अपर पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महिला मानसिक रूप से अवसाद ग्रस्त थी और पिछले काफी समय से इसका इलाज चल रहा था। हाथ में जो नाम लिखा है वो भी उनके रिश्तेदार का है, ताकि घटना के बाद उसकी पहचान हो सके।

किंतु सबसे अहम बात तो यह है कि आरक्षियों के रहने हेतु जिस बहुमंजली इमारत का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है, उसकी तरफ से बिल्डिंग की सुरक्षा का किस तरह से इंतजाम था, कि सरेआम एक महिला ठेकेदार की नाक के नीचे से बिल्डिंग के 12बी मंजिल पर जारी है और वहां से नीचे की छलांग लगा कर अपनी जान दे देती है, और बिल्डिंग ठेकदार और उनके दर्जनों कारीगर को महिला की भनक भी नहीं लगती। और बिल्डिंग उद्घाटन से पूर्व ही ले ली बली, बन गया सुसाइट प्वाइंट, क्या यह सुसाइट आगे चलकर आरक्षियों के लिए हानिकारक तो नही साबित होगा, यह एक यक्ष प्रश्न है?