सुल्तानपुर डेंगू का कहर जारी सुल्तानपुर में डेंगू ने ली छात्र की जान

रिपोर्ट_प्रभ जोत सिंह जिला संवादाता

इंडेविन टाइम्स न्यूज नेटवर्क 

  • वे विल मिस यू डिअर बासित" स्कूल में बच्चों ने इस तरह किया याद
  • पूर्व जिला पंचायत सदस्य शाकिर अब्बास का भतीजा था मृतक बासित अब्बास

सुल्तानपुर।शहर के कॉन्वेंट स्कूल के क्लॉस दसवीं के छात्र बासित अब्बास पुत्र पूर्व प्रधान जाकिर अब्बास की डेंगू ने जान ले ली। (16) वर्षीय होनहार छात्र की मौत ने न सिर्फ परिवार व समाज बल्कि स्कूल के साथियों तक को हिला कर रख दिया। स्कूल में उसे याद करते साथियों ने लिखा ''वे विल मिस यू डिअर बासित" और फिर दो मिनट का मौन धारण कर उसे श्रद्धांजिल अर्पित किया।

शहर के खैराबाद मोहल्ले का निवासी व इसौली गांव के पूर्व प्रधान जाकिर अब्बास का पुत्र छात्र बासित अब्बास (16)वर्ष 24 सितंबर से बुखार से ग्रस्त था। परिवार वाले उसे सुल्तानपुर से लखनऊ बेहतर इलाज के लिए लेकर गए। लखनऊ में एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के बाद परिवार वाले और उत्तम इलाज के लिए उसे मेदांता हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां एक पखवारे तक उसका इलाज चला। 60 से अधिक यूनिट ब्लड उसे चढ़ाया गया। उसके जल्द स्वस्थ्य होने के लिए जिले से लेकर देश-विदेश तक प्रार्थनाए हुई। पवित्र धार्मिक स्थल कर्बला ईराक तक में उसके स्वस्थ होने के लिए प्रार्थनाएं की गई।लेकिन अंत में वो जिंदगी की जंग हार गया। 

उसने सदा के लिए आंखें मूंदी तो हर ओर निराशा की लहर दौड़ गई। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। शव लखनऊ से सुल्तानपुर पहुंचा तो क्या बड़ा क्या छोटा जनाजे में शामिल होने वाले हर व्यक्ति की आंखें छलक उठी। शहर के घासीगंज स्थित कब्रिस्तान में उसे मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार सुपुर्द-ए खाक किया गया। जहां बड़ी संख्या में हर धर्म के लोग शामिल हुए। बता दें कि छात्र बासित के पिता ज़ाकिर अब्बास इसौली गांव से पूर्व प्रधान रहे हैं।ऐसे में इसौली की जनता भी सुल्तानपुर पहुंची और पिता को ढाढ़स बधाया।