रिपोर्ट_प्रभ जोत सिंह जिला ब्यूरो चीफ
इंडेविन टाइम्स न्यूज नेटवर्क
- बजट बैठक को रोकने के लिए पावर सीज मैडम व उनके पति ने लगाया जोर
- नगर विकास मंत्री की दो टूक उच्च न्यायालय की शरण में पहुंचे भ्रष्टाचारी
सुल्तानपुर।नगरपालिका के सभासदों की शिकायत व शासनादेश के उल्लंघन नगरपालिका के सरकारी कामों में अनावश्यक पतिदेव के अनावश्यक हस्तक्षेप समेत कई बिंदुओं पर शासन की जांच के बाद पावर सीज की मार झेल रही बबीता जयसवाल व उनके पति अजय जयसवाल लगातार अपनी ताकत को वापस पाने के लिए राजधानी में दिन रात एक किए हुए हैं ।
बुधवार को नगर पालिका परिषद में प्रशासक द्वारा आगामी 16 तारीख को बोर्ड बैठक का एजेंडा जारी किया है । एजेंडा देखते ही पावर सीज वाली बबीता जयसवाल व उनके पति अजय जयसवाल आने वाले तूफान को समझते हुए बजट बैठक रुकवाने के लिए भाग दौड़ शुरू कर चुके हैं । मजे की बात है कि जिला अधिकारी को एक्ट का हवाला देते हुए नगर पालिका अध्यक्ष बबीता जयसवाल व पति अजय जयसवाल नगर पालिका को स्वायत्त संस्था बताते हुए डीएम के हस्तक्षेप की बात को नकारते रहे । वहीं आज डीएम के सामने कानून को हाथ में लेते हुए बजट बैठक रोकने की बात कर रहे हैं । जानकारी लगते ही दर्जनों सभासद नगर पालिका में इकट्ठा हो गए और जिलाधिकारी कार्यालय की ओर मूव किए । सभासदों के मूवमेंट की जानकारी लगते ही पावर सीज मैडम व उनके पति अजय जयसवाल जिलाधिकारी कार्यालय से निकलकर रफूचक्कर हो गए ।
यह दोनों एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह का नाम लेकर अपना काम बनाने की जुगत में दिन रात लगे हुए है । वही सभासदों ने भी आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है । सामूहिक विकास से कम उन्हें कुछ भी स्वीकार नहीं है । बहुमत के सभासदों ने बैठक कर पालिका अध्यक्ष व उनके पति का साथ देने वाले भाजपा के जनप्रतिनिधियों व वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है । सभासदों का कहना है जो भी जनप्रतिनिधि या सत्ताधारी नेता भ्रष्टाचारी चेयरमैन व उनके पति के साथ उनकी पैरवी में जाएगा उसके काले कारनामों का चिट्ठा सभासद जरूर उजागर करेंगे । न्याय व हक की लड़ाई में हर स्तर पर आंदोलन भी करेंगे । राजधानी के विश्वस्त सूत्र बताते हैं बीते दिनों एक पूर्व विधायक और वर्तमान तीन जनप्रतिनिधियों के साथ शासन में पहुंचकर बबिता जयसवाल व उनके पतिदेव लगाए गए आरोपों के खिलाफ गुहार लगा चुके है । स्वयं नगर निकाय मंत्री एके शर्मा के सामने पेश होकर अध्यक्ष व उनके पति द्वारा मिन्नते की गई यहां पैरवी कारों ने पूरा फर्ज भी निभाया पर नगर विकास मंत्री एके शर्मा द्वारा लेन देन की लंबी डील के सवाल पर सभी भागते नजर आए ।
यहां बताना आवश्यक है इन जनप्रतिनिधियों जो पालिकाध्यक्ष व उनके पति की पैरवी में गए थे उनके कारनामों की फेहरिस्त पहले से भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों के पास मौजूद है । कादीपुर के विधायक राजेश गौतम हो चाहे लंभुआ के विधायक सीताराम पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी या वर्तमान एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह इन सबको पावर सीज चेयरमैन बबीता जयसवाल व उनके पति अजय जयसवाल ने कभी न कभी तारे जरूर दिखाएं हैं । सूत्र यह भी बताते हैं इन सभी की कारगुजारीओं की पल-पल की खबर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल को है । इनके द्वारा ठेके पर पर किए जा रहे खेल जगजाहिर है । ऐसे लोगों ने भ्रष्ट पालिका अध्यक्ष व उनके पति की पैरवी करके एक बार फिर शहर की जनता के सामने अपना किरदार पेश किया है ।
देखना यह है संविधान की शपथ लेने वाले यह जनप्रतिनिधि एक भ्रष्ट चेयरमैन और उसके पति को बचाने के लिए कैसा कदम उठाते हैं । मजे की बात तो यह है की जनप्रतिनिधि अपने विधानसभा क्षेत्रों की नगर पंचायतों को लेकर वहां की गुणवत्ता को लेकर उदासीन है । वही चोरी व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली पालिका अध्यक्ष जिसे शासन द्वारा पावरसीज कर सजा सुनाई गई है उसकी मदद में जमीन आसमान एक किए है । सूत्र बताते हैं पालिका के पावर की लड़ाई अब उच्च न्यायालय पहुंच गई है । शहर की जनता का विकास का दावा करने वाले महानुभाव अब नगर के विकास में रोड़ा बनने की राह पर है ।