भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से हराया, वर्ल्ड ग्रुप क्वालिफायर में पहुंचा


कजाखस्तान के नूर सुल्तान में खेले गए डेविस कप में भारत ने शनिवार को पाकिस्तान को 4-0 से हराया। इसी के साथ भारत वर्ल्ड ग्रुप क्वालिफायर में पहुंच गया है। अब टीम इंडिया का मुकाबला दो बार के चैम्पियन क्रोएशिया से उसी के घर में अगले साल 6-7 मार्च को होगा।


नूर सुल्तान में लिएंडर पेस और जीवन नेदुनचेझियान की जोड़ी ने डबल्स मुकाबला जीतकर भारत को 3-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद सुमित नागल ने युसुफ खलील को 6-1, 6-0 से शिकस्त दी। 4-0 की बढ़त के बाद पांचवां मैच नहीं हुआ और भारत विजयी रहा। इससे पहले शुक्रवार को रामकुमार रामनाथन और सुमित नागल ने अपने-अपने मुकाबलों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को हराकर 2-0 की बढ़त दिलाई थी।


लियंडर पेस की डबल्स में 44वीं जीत


पेस और जीवन की जोड़ी ने सिर्फ 53 मिनट में मोहम्मद शोएब- हुफैजा रहमान को सीधे सेटों में 6-1, 6-3 से मात दी। पेस की डबल्स मैच में यह 44वीं जीत है। इससे पहले शुक्रवार को सुमित ने पाकिस्तान के नए टेनिस स्टार कहे जा रहे हुफैजा रहमान को शिकस्त दी थी। उन्होंने अपने पहले डेविस कप मैच को 64 मिनट में 6-0, 6-2 से जीत लिया। वहीं, रामकुमार ने मोहम्मद शोएब को सिर्फ 42 मिनट में 6-0, 6-0 से हराया था।


पेस का रिकॉर्ड टूटना मुश्किल
पेस डेविस कप इतिहास में 44 डबल्स मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उनका यह रिकॉर्ड जल्दी टूटने वाला नहीं, क्योंकि मौजूदा खिलाड़ियों में कोई भी टॉप-10 लिस्ट में नहीं है। पेस पिछले साल ही टूर्नामेंट में 43वां मैच जीतकर सबसे सफल डबल्स खिलाड़ी बने थे। उन्होंने इटली के निकोला पिट्रेंग्ली (42 जीत) को पीछे छोड़ा था। बेलारूस के मैक्स मिरनी (36 जीत) तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने नवंबर 2018 में संन्यास ले लिया।


डेविस कप में पेस ने 1990 में डेब्यू किया था


1990 में डेविस कप में डेब्यू करने वाले पेस की इस टूर्नामेंट में यह कुल 92वीं जीत है। वह अब तक 44 डबल्स और 48 सिंगल्स मुकाबले जीत चुके हैं। सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड इटली के निकोला पिट्रेंग्ली के नाम है, जिन्होंने कुल 120 मैचों में जीत दर्ज की है। उन्होंने 78 सिंगल्स और 42 डबल्स मुकाबलों में जीत दर्ज की थी।