यूपी :इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्रनेता निकला असलहा तस्कर गिरोह का सरगना


प्रयागराज. 


जिले में मंगलवार रात यमुनापार एसओजी (स्पेशल क्राइम ब्रांच) की टीम ने असलहा और बम सप्लाई करने वाले एक हाईटेक गैंग का पर्दाफाश किया। इस गैंग का सरगना अनुराग सिंह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का सक्रिय छात्र नेता है। उसके साथ दो और लोग भी पकड़े गए हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, तीन तमंचा व 11 देसी बम बरामद किए हैं


यूनिवर्सिटी में बवाल के दौरान भी होता था असलहों का प्रयोग


एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने ये गिरफ्तारी कैंट थानान्तर्गत म्योराबाद पेट्रोल पंप के पास से की है। यह गैंग बड़े ही हाईटेक तरीके से बिहार के मुंगेर से असलहों की तस्करी कर अलग-अलग जगह बेचता था। वॉटसऐप ग्रुप और फेसबुक के जरिए ये लोग असलहों के दाम तय करते थे और उसकी डिलेवरी होती थी। इतना ही नहीं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल के दौरान भी ये गैंग तमंचों और बमों की सप्लाई करता था।


यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से होता था कारोबार


पुलिस ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता व सराय इनायत थाना इलाके के कुआडीह निवासी अनुराग सिंह को भी पकड़ा है। अनुराग के दो साथी कैंट के राजापुर निवासी अवैस हुसैन उर्फ लाला एवं प्रतापगढ़ जिले के बाघराय के कोढ़रा जीतपुर निवासी सुप्रीम सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। एसपी क्राइम ने बताया कि पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वे गैर जनपदों में भी असलहों की सप्लाई करते थे। अनुराग यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल में रहकर यह सब काम किया करता था। गैंग के अन्य गुर्गो की तलाश जारी है।


पुलिस के लोगो वाली फेक आईडी बनाई थी


एसपी आशुतोष ने बताया कि अनुराग ने सोशल साइट फेसबुक पर फेक आईडी बनाई थी। जिस पर उन लोगों ने पुलिस विभाग का लोगो लगा रखा था। इस फेक फेसबुक आईडी पर वे तरह-तरह के तमंचे व पिस्टल और रिवॉल्वर की तस्वीर लगाता था। सभी के अलग-अलग रेट भी लिखा करता था, फेसबुक पर देखकर दिए गए नंबर से खरीदार खुद उससे संपर्क करते थे।