लखनऊ.
यदि नवाबों की नगरी लखनऊ में पुलिस वाले बिना जान पहचान आपको 'नमस्ते' कहते नजर आएं तो चौंकिएगा नहीं। कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने के बाद कमिश्नर सुजीत पांडेय ने राजधानी में नमस्ते लखनऊ नाम से विशेष अभियान शुरू किया है। रविवार को आलमबाग में पुलिस अफसर व उनके मातहत मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों से नमस्ते कहकर उनका अभिवादन करते नजर आए। शाम को कमिश्नर 1090 चौराहे से इस अभियान का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
इस अभियान के तहत सुबह-शाम पार्क व सड़क पर टहलने वाले लोगों के लिए पुलिस की विशेष गश्त लगाई जाएगी। पार्कों के पास मोबाइल गश्त टीम लगेगी। साथ ही वॉक पर निकलने वालों से नमस्ते करते हुए पुलिस उनका हालचाल भी लेगी। यह अभियान सुबह व शाम साढ़े पांच बजे से सात बजे तक चलेगा। पुलिस की गाड़ियों पर नमस्ते लखनऊ लिखा होगा। इन गाड़ियों पर एक दरोगा, दो महिला सिपाहियों समेत पांच पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
लोगों के प्रति अच्छा व्यवहार करने के लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग भी मिलेगी। बीते दिनों तीन दिवसीय ट्रेनिंग हो चुकी है। 25 से 27 फरवरी तक लोगों के साथ कैसा व्यवहार करना है आदि बातों की जानकारी दी गई। इसके बाद 28 व 29 फरवरी को ट्रेनिंग का परीक्षण लिया गया।
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि, अभी भी कुछ लोग अपनी समस्याएं पुलिस के पास दर्ज कराने से हिचकिचाते हैं। उनका डर दूर करने के लिए पुलिसकर्मी उनके साथ संवाद स्थापित करेंगे। इससे पुलिस का उन पर विश्वास बढ़ेगा।