मध्य प्रदेश : सिंगरौली में 2 मालगाड़ी की आमने-सामने से टक्कर, 3 लोको पायलट की मौत


सिंगरौली. 


एनटीपीसी की 2 कोयला मालगाड़ी रविवार तड़के आपस में टकरा गईं। हादसे में 3 लोको पायलटों की मौत हो गई। दोनों मालगाड़ियाें का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर के बाद कई वैगन पटरी से उतर गए। कोयला से भरी मालगाड़ी का वैगन खाली मालगाड़ी के इंजन पर गिरने से लोको पायलट अंदर ही फंस गए थे।


कोयला खाली कराने के बाद 2 क्रेन वैगन को हटा रही हैं। यह पहली बार है, जब इस ट्रैक पर ऐसा हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस रेलवे ट्रैक का इस्तेमाल कोयला लाने-ले जाने वाली मालगाड़ियों के लिए ही होता है। इसमें बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है कि एक ही ट्रैक पर 2 मालगाड़ियों को कैसे जाने दिया गया?


हादसे के 6 घंटे बाद इंजन में फंसे तीनों शव निकाले गए


रेलवे सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में स्थित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के रिंहद में कोयला खाली कर मालगाड़ी लौट रही थी। दूसरी मालगाड़ी सिंगरौली के अमरोली एमजीआर क्षेत्र से कोयला लेकर रिंहद क्षेत्र जा रही थी। सिंगरौली के बैढ़न इलाके के पास गनियारी में दोनों मालगाड़ी तड़के 4 बजे टकरा गईं। सुबह 10 बजे दोनों मालगाड़ियों के इंजन में फंसे शवों को निकाला गया। इनमें दोनों इंजन के चालक और एक सहायक बताया गया है। इधर, घटना को लेकर लोको पायलट के परिजन ने हंगामा शुरू कर दिया। परिजन ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इंकार किया। उनका कहना था कि लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। 


रेलवे ने कहा- हादसे के लिए हम जिम्मेदार नहीं


रेलवे का अमला भी मौके पर पहुंच गया और ट्रैक साफ करने का काम जारी है। सिंगरौली जिले में कई कोयला खदानें हैं। यहां से कोयला इन मालगाड़ियों से रिंहद एनटीपीसी क्षेत्र में भी भेजा जाता है। रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि इस हादसे का रेलवे से कोई संबंध नहीं है। इस ट्रैक को एनटीपीसी संचालित करता है।