कोरोना वायरस के मरीजों के चलते स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन भी एलर्ट  


बिजनौर।


संजय सक्सेना - इंडेविन न्यूज़ नेटवर्क 



  • जागरूकता से ही बचाव

  • विदेशो से आनेवालों पर नज़र  

  • विदेश से लौटे 21 नागरिकों में से 11 सुरक्षित, तीन की हो रही निगरानी 


देश में कोरोना वायरस के मरीजों के चलते जिले में स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन एलर्ट पर है. चीन सहित विदेश से आने वाले लोगो पर जिले में नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. डीएम रमाकांत पांडेय व मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विजय कुमार यादव ने कोरोना के बचाव को लेकर जागरूकता पैदा किये जाने और सभी प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए हैं।


डीएम रमाकांत पांडेय ने निर्देश दिये कि सभी प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए, जिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा है उनको चिन्हित कर उनकी एक लिस्ट बनाई जाए, जिससे कि आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। जनपद स्तर पर 5 एंबुलेंस आरक्षित रखी जाएं। प्राइवेट अस्पतालों से बात करके उनके मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की सूची बनाएं। स्थानीय स्तर पर लोगों में हाथ धोने के संदेश को फैलाया जाए, जहां मिड डे मील बांटा जा रहा है वहां भी बच्चों को हाथ धोने के बारें में बताया जाए, जिससे कि यह संदेश घर घर तक जाए।


सीएमओ डा. विजय कुमार यादव ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला अस्पताल में बीस बेड और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर दस-दस बेड आरक्षित कर विशेष वार्ड बना दिये गए हैं। विदेश से लौटे जिले के नागरिकों की लगातार निगरानी की जा रही है। कुछ दिन पहले नूरपुर क्षेत्र के सेह गॉव  के एक व्यक्ति में लक्षण देखकर उसका सैंपल केजीएमयू लखनऊ भेजा गया था, उसका परिणाम नकारात्मक आया है, फिलहाल जिले में एक भी रोगी नहीं है। 


डीएमओ एवं संक्रामक रोगों के नोडल अधिकारी बृजभूषण ने बताया कि अभी तक जिले के 21 लोग चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, कैलिफोर्निया, बीजिंग, लॉस एंजिल्स और बैंकॉक से लौटे है। 21 में से 11 लोगों की 28 दिन तक निगरानी के बाद उन्हें सुरक्षित घोषित कर दिया है, जबकि तीन लोगों की निगरानी चल रही है। छह लोग जिले से बाहर चले गए है, जबकि एक का पता नहीं लग पा रहा है । उन्होंने बताया सार्स सांस की एक बीमारी है जो कोरोना वायरस से होती है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है। यह वायरस ऊंट, बिल्ली या चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश करता है। हालांकि जिले में इसका कोई रोगी प्रकाश में नहीं आया है |


इस वायरस से बचने के लिए साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है | सर्दी जुकाम वाले लोग भीड़भाड़ वाले इलाके में न जायें, हाथ को अच्छी तरह साबुन से धोएं, नाक और मुंह पर मास्क अथवा रुमाल रखें, यदि कोई व्यक्ति बीमार है तो उसके बर्तन का इस्तेमाल दूसरे लोग न करें, जुकाम के साथ सीने में तेज दर्द हो तो चिकित्सक को दिखाएं और सी फूड खाने से बचें |


क्या करें-


• चीन से वापस लौटे व्यक्ति को एक खुले हवादार कमरे में रखें और 28 दिन तक निगरानी करें।
• खांसते और छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखना चाहिए।
• वार्तालाप करते समय उचित दूरी बनाए रखे।
• भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज करें।
• मुंह और नाक को छूने के बाद हाथों की अच्छी तरह से सफाई करें.