3 साल के निचले स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स, 1700 अंकों की तेज गिरावट के साथ 29 हजार के नीचे बंद हुआ बीएसई


मुंबई. 


बुधवार को भी शेयर बाजार में तेज गिरावट का माहौल रहा और सेंसेक्स 1709 अंक गिरकर 3 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया। बीएसई 29 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ते हुए 28,869 पर बंद हुआ। हालांकि, सेंसेक्स 395.19 अंक और निफ्टी 153.30 अंक ऊपर खुला था, लेकिन 15 मिनट बाद ही गिरना शुरू हो गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1709.58 अंक नीचे 28,869.51 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी की क्लोजिंग 425.55 पॉइंट नीचे 8,541.50 पर हुई।


बाजार में गिरावट की 4 वजह


1. देश में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने की वजह से निवेशकों के मन में चिंता है। कोरोनावायरस की वजह से दुनियाभर में आर्थिक मंदी की आशंका भी बढ़ गई है।


2. एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मामले में सरकार और टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की सख्ती की वजह से बाजार में गिरावट बढ़ गई। कोर्ट ने कहा कि टेलीकॉम कंपनियों को ब्याज-पेनल्टी का पूरा भुगतान करना होगा। इससे टेलीकॉम कंपनियों की मुश्किलें बढ़ेंगी। कोई कंपनी दिवालिया हुई तो बैंकों का एनपीए भी बढ़ेगा। कोर्ट के आदेश के बाद वोडाफोन-आइडिया का शेयर 35% तक लुढ़क गया।


3. विदेशी निवेशक (एफआईआई) भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे हैं। एफआईआई इस महीने 38,188 करोड़ रुपए की वैल्यू के शेयर बेच चुके हैं।


4. विदेशी बाजार भी शुरुआती बढ़त गंवाकर नुकसान में आ गए। जापान के बाजार में 1.4% और ऑस्ट्रेलिया के बाजार में 6.4% गिरावट आ गई। यूरोपीय बाजार 4.5% तक लुढ़क गए।


बीएसई पर 78% कंपनियों के शेयर गिरे (18 मार्च का अपडेट)


> बीएसई का मार्केट कैप 113 लाख करोड़ रुपए रहा
> 2,532 कंपनियों पर ट्रेड हुआ। जिसमें 389 कंपनियों के शेयर बढ़त में और 1,992 कंपनियों के शेयर में गिरावट रही
> 13 कंपनियों के शेयर 1 साल के उच्च स्तर और 834 कंपनियों के शेयर एक साल के निम्न स्तर पर रहे
> 76 कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट और 454 कंपनियों के शेयर में लोअर सर्किट लगा


डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे ऊपरशुरुआती ट्रेड में डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे की तेजी के साथ खुला। एक डॉलर के मुकाबले रुपया 73.92 रुपए पर कारोबार कर रहा है। 15 जनवरी के बाद से 17 मार्च तक रुपए में 4.66% गिरावट आई थी। शुक्रवार को इसने 74.50 का नया निचला स्तर भी छू लिया लेकिन आरबीआई द्वारा 1.5 अरब डॉलर की बिक्री करने के बाद रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर से ऊपर उठा। 15 जनवरी 2020 को डॉलर के मुकाबले रुपया 70.82 पर बंद हुआ था। मंगलवार को यह 74.28 रुपए पर बंद हुआ।