अमेठी - साबित्री बाई फुले पुस्तकालय स्थापना दिवस पर हुआ पौधों का वितरण

अमेठी।


हरिकेश यादव -संवाददाता( इंडेविन टाइम्स)



  • साबित्री बाई फुले पुस्तकालय की हुई स्थापना


अमेठी जिले के पूर्वी छोर पर स्थित विकासखंड भादर के छीड़ा गांव में सावित्री बाई फुले के नाम पर पुस्तकालय की स्थापना की गई।कार्यक्रम का अमरीक सिंह दीप ने फीता काटकर उदघाटन किया।इसमें मुख्य अतिथि की भूमिका विवेक मिश्र ने निभाई। इस अवसर पर ग्रामीणों में 1000 पौधों का वितरण किया गया।



(फोटो - सावित्रीबाई फुले पुस्तकालय का उद्घाटन करते अमरीक सिंह दीप)


छत्तीसगढ़ से आये अशोक ने बताया वृक्ष दान अनूठा कार्यक्रम है जो अनुकरणीय है। प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसे पेड़ लगाकर दूर किया जा सकता है। कथाकार शिवमूर्ति ने कहा ग्रामीणों में जागरूकता का प्रतिशत शहरों से ज्यादा है। जातिवादी संरचना को तोड़कर ममता सिंह ने पुस्तकालय स्थापना की अलख जगाई है। सुल्तानपुर और अमेठी को मिलाकर लगभग एक दर्जन लेखक इसी क्षेत्र से जाते हैं  साहित्य का प्रतिनिधित्व  हमेशा सुल्तानपुर ही करता है जोकि एक अलौकिक विशेषता है ।


सावित्रीबाई फुले देश की प्रथम महिला शिक्षक पर समाज के कलुषित लोगों ने कैसे प्रहार किया। उन्होंने उससे बचकर कैसे शिक्षक की भूमिका में अग्रणी रही उसको शब्दों में बयां करना काफी कठिन है। जो मुसीबत में होता है वह डॉक्टर अंबेडकर से  न्याय मांगता है ।पेड़ पौधों के महत्व को बताया कि हमारे समाज के लोग केवल पेड़ों को ही काटते हैं उन्हें लगाते नहीं विदेशों में पेड़ों की एक टहनी काटने पर ₹5000 का जुर्माना भरना पड़ता है ।


इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा लाए गए सीएएऔर एनआरसी पर अप्रत्यक्ष रूप से करारा प्रहार किया। सभा को संबोधित करते हुए आसाराम जागरथ ने बताया इस क्षेत्र में ममता देवी ने सावित्रीबाई फुले पुस्तकालय की स्थापना को आंदोलन के रूप में विकसित करने के लिए अलख जगाई है ।


रविशंकर सिंह ने कहा साहित्य समाज का दर्पण है। साहित्य वह नहीं दिखाता जो समाज में होता है ,बल्कि वह चीज भी दिखाता है | जो चीज समाज में नहीं होना चाहिए उन्हें बाहर लाता है तथा पुस्तकालय की स्थापना पर विशेष जोर दिया। रामजी यादव ने कहा कि इस देश में  किसी को अंग भंग करने का अधिकार  कानून की किसी किताब में नहीं है ।जबकि हमारे समाज में हजारों सालों से लोगों को अंग भंग कर दिया जाता है |जिसे कानून रोक पाने में पूरी तरह से सक्षम नहीं हैऔर ऐसे अपराधी  कानून की आंख में धूल झोंक कर बच निकलते हैं | हमारे समाज को  ऐसी चीजों का विरोध करना चाहिए।


इस कार्यक्रम में मौजूद सत्येंद्र श्रीवास्तव, अरुण सिंह संपादक इंडिया इंसाइड, राम नरेश पाल, हेमंत कुमार, भगवान स्वरूप कटियार ,रामप्रकाश कुशवाहा ,चंद्रमा प्रसाद कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल, कौशल किशोर ,रविशंकर सिंह,कमल किशोर  इलाहाबाद ,कृष्ण कुमार, तरुण निशांत, हरेंद्र प्रसाद, आसाराम ,अमरीक सिंह दीप जैसी महान हस्तियों माला पहनाकर स्वागत किया गया।इस कार्यक्रम को अन्य कवियों ने भी संबोधित किया ।



(फोटो- मंच पर बैठे हुए महान कवि एवं लेखक)


इस समारोह का संचालन मंजीत यादव (लोक नारायण जय प्रकाश सेवा संस्थान )के द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में संतोष यादव, अनुपम यादव,बृजेश यादव,कपिलेश यादव  धीरज पल,राम लखन यादव,पवन,अनुपम यादव,राम अचल यादव, राम यज्ञ  मौर्य सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।



(फोटो- कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित तमाम दर्शकगण )