उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात बिगड़ने के बाद देखते ही गोली मारने के आदेश, 4 इलाकों में कर्फ्यू


नई दिल्ली 


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात बदतर होते जा रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर यहां लगातार तीसरे दिन हुई हिंसा दो समुदायों के बीच तनाव में बदल गई। जाफराबाद और मौजपुर इलाके में सोमवार को हिंसक झड़पों के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इसके बाद हिंसाग्रस्त इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। दंगाइयों ने मंगलवार को मौजपुर, भजनपुरा, ब्रह्मपुरी और गोकलपुरी इलाके में पथराव किया। मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास दो गुटों में झड़प के दौरान गोलियां चलीं। जाफराबाद में भी पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। बाद में करावल नगर रोड स्थित चांद बाग में हालात तब बिगड़ गए, जब उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया। करीब 4 घंटे तक यहां पथराव होता रहा। कई दुकानों में आग लगा दी गई। बड़ी तादाद में मौजूद पत्थरबाजों को रोकने के लिए शुरुआत में महज 20 पुलिसकर्मी मौजूद थे। बाद में मौके पर पुलिस की टुकड़ी पहुंची।


हिंसा के दौरान दंगाइयों ने निगम पार्षद ताहिर हसन के दफ्तर में आग लगा दी। उनके दफ्तर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। इसी दफ्तर की चार मंजिला इमारत की छत पर चढ़कर कई लोग पथराव कर रहे थे। पुलिस टीम ने दोनों गुटों से बातचीत की कोशिश की। करीब 10 मिनट के लिए दोनों पक्ष शांत भी हुए और पत्थरबाजी रुक गई, लेकिन बाद में फिर पथराव और आगजनी शुरू हो गई। शाम 6:30 बजे एक पक्ष के उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पेपर शेल और आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद दूसरे पक्ष ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। चांद बाग में पूरे 4 घंटे बाद पत्थरबाजी रुकी। एसएसबी, आरएएफ और दिल्ली पुलिस की कम्बाइन यूनिट मौके पर पहुंचने के बाद दोनों पक्ष पीछे हटे गए। स्पेशल पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा मौके का मुआयना किया। इलाके में हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। 


रतन लाल को गोली लगी थी, मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हुई


गुरू तेग बहादुर अस्पताल के अधिकारियों ने कहा- कल से आज तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को 5 और मंगलवार को 8 लोगों की मौत हुई। 150 लोग जख्मी हैं। हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की सोमवार को मौत हो गई थी। पहले यह बताया गया था कि सिर पर पत्थर लगने से उनकी मौत हुई है, लेकिन मंगलवार को ऑटोप्सी रिपोर्ट सामने आई। इसमें खुलासा हुआ कि रतन लाल को कंधे पर गोली लगी थी और इसी से उनकी जान गई। वे बुखार होने के बाद भी ड्यूटी कर रहे थे। रतन लाल हेड कॉन्स्टेबल मूलरूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। मरने वाले बाकी लोगों के नाम शाहिद, मोहम्मद फुरकान, राहुल सोलंकी, नजीम, विनोद हैं, जबकि दो की पहचान नहीं हो पाई। 42 साल के विनोद की उसके बेटे मोनू के सामने पत्थर लगने से मौत हुई, जबकि मोनू भी घायल है।


दिल्ली के चार इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया


दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा- उत्तर पूर्वी दिल्ली में 4 जगहों.. मौजपुर और जाफराबाद, चांदबाग और करावलनगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। उन्होंने कहा- हिंसा में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस बल की कमी की बात से इनकार किया और कहा कि जरूरत के मुताबिक बल उपलब्ध कराया गया था। वहीं उन्होंने हालात काबू में होने का दावा भी किया। इस बीच, गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ जाने वाले तीन रास्तों को सील कर दिया गया है। गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडेय ने कहा-  अप्सरा बॉर्डर को सील करके इस रूट के ट्रैफिक को सूर्या नगर की तरफ डायवर्ट कर दिया गया है।  


दिल्ली में स्पेशल कमिश्नर की नियुक्ति की गई


दिल्ली में बिगड़ी कानून-व्यवस्था के बाद केंद्र सरकार ने राजधानी के लिए स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर की नियुक्त की है। आईपीएस एसएन श्रीवास्तव को यह जिम्मेदारी दी गई है। इधर जाफराबाद में सीएए के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाओं से रास्ता खाली करा लिया गया है। यहां पुलिस और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। इस बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में कल भी स्कूल बंद रहेंगे। सीबीएसई से भी बोर्ड परीक्षाओं को टालने की अपील की गई है।