ट्रंप की सुरक्षा में तैनात रहेंगी अर्धसैनिक बलों की 10 कम्पनियां, चप्पे-चप्पे पर रहेगी एटीएस और एनएसजी की नजर


आगरा. 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजमहल जाने को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और सुरक्षा कारणों के मद्देनजर ट्रंप का यह दौरा रद्द भी हो सकता है। हालांकि अब तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं किया गया है। इस बीच ट्रंप के आगमन को लेकर यूपी पुलिस ने अपना सुरक्षा कवच तैयार कर लिया है। अधिकारियों का दावा है कि उनकी सुरक्षा में 10 कंपनी अर्धसैनिक बल, 10 कंपनी पीएसी के साथ ही एनएसजी और एटीएस की टीमें सड़क से लेकर छतों तक चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगी।


ताजमहल का दीदार करने आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया के लिए पुलिस ने सुरक्षा कवच तैयार कर लिया है। हालांकि सुरक्षा कारणों से पूरी जानकारी न देने की बात अधिकारियों द्वारा कही जा रही है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने कहा,'' ताजमहल से एयरपोर्ट के बीच सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई जिलों की पुलिस को लगाया गया है और दस कंपनी पैरा मिलिट्री, दस कंपनी पीएसी, एनएसजी कमांडो, एटीएस की टीम सड़क और छतों पर तैनात रहेगीं। हर चीज पहले से तय है पर हर बात हम अभी बता नहीं सकते हैं।''


पुलिस के अनुसार अमेरिकी टीम सैटेलाइट से भी निगरानी करेगी जिसकारण ट्रम्प जहां से भी गुजरेंगे वहां के मोबाइल ऑटोमेटिक बन्द हो जाएंगे पर पुलिस के वायरलेस और सीयूजी फोन्स की फ्रीक्वेंसी पहले से दे दिए जाने के कारण उनके संचार के साधन चलते रहेंगे। ट्रम्प के करीबा रहकर सुरक्षा व्यवस्था संभालने का काम अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां ही करेंगी।


बंदरों को भगाने के लिए होगी लंगूरों की तैनाती


ताजमहल में थोड़ी थोड़ी दूर पर लंगूरों को तैनात किया जा रहा है ताकि बंदर वहां से भाग जाए और उन्हें कोई नुकसान न पहुंचा पाए। सुबह 11 बजे के बाद वीआईपी के रूट पर किसी भी तरह की भारी धातु की वस्तु नहीं जा सकेगी।


एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के अनुसार वीआईपी विजिट के दौरान हर मूवमेंट की सुरक्षा और स्वागत संबंधी तैयारियां पूरी हो गयी हैं और हम फुलप्रूफ काम कर रहे हैं। विजिट के दौरान ट्रंप की दो कारें काफिले में होंगी और वो किस कार में होंगे यह केवल कुछ ही लोगों को जानकारी होगी। यह कार सिर्फ अमर विलास होटल तक ही जा सकती है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडेंस के चलते इसके आगे 50 मीटर तक एक रास्ता उन्हें बैटरी वाहन या गोल्फ कार से ही तय किया जाएगा।


मडपैक ट्रीटमेंट के जरिए शाहजहां और मुमताज की कब्र को साफ किया जा रहा है


अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा को देखते हुए मुगल शहंशाह शाहजहां और मुमताज की कब्रों की पहली बार मडपैक ट्रीटमेंट के जरिए सफाई की जा रही है, ताकि उस पर एक भी दाग न दिखे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने दोनों कब्रों पर मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाकर गंदगी और दाग मिटाने का काम शुरू कर दिया है। ताजमहल बनने के बाद यह पहला मौका है जब एएसआई ने कब्रों पर मुल्तानी मिट्टी लगाकर मडपैक ट्रीटमेंट से सफाई कार्य करवा रहा है। 


ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में ईंधन से चलने वाली गाड़ियों पर रोक लगी है


दरअसल, ट्रंप का दौरा 25 फरवरी को प्रस्तावित तो है, लेकिन मुख्य अड़चन यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में ईंधन से चलने वाली गाड़ियों पर रोक लगाई है। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले को ताजमहल के पास तक जाने की इजाजत मिलती है या वह ताजमहल के पूर्वी गेट से बैटरी चालित गोल्फ-कार्ट से ताजमहल तक जाने के लिए सहमति देते हैं।