सोनभद्र में मिला तीन हजार टन स्वर्ण भंडार ,नीलामी प्रक्रिया ई-टेंडरिंग के जरिए


सोनभद्र 


देश के सबसे बड़े जनपद उत्तर प्रदेश के सोनभद्र की सोन पहाड़ी में 2943.25 टन व हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार मिला है। इस बात की पुष्टि भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय ने कर दी है। निदेशक रोशन जैकब ने मुख्य खनिजों की नीलामी के आदेश जारी कर दिए हैं। नीलामी प्रक्रिया ई-टेंडरिंग के जरिए होगी। लेकिन इससे पहले खनिज स्थलों की जियो टैगिंग के लिए सात सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। जिसकी रिपोर्ट 22 फरवरी तक लखनऊ को सौंपी जाएगी। 15 साल पहले जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम ने अध्ययन करके सोनभद्र की धरा के गर्भ में बड़े स्वर्ण भंडार होने का दावा किया था। 


जीएसआई ने 2012 में कर दी थी पुष्टि


वर्ष 2005 से ही यहां जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम ने अध्ययन करके सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और इस बात की पुष्टि भी 2012 में हुई कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है। लेकिन इस दिशा में अब तक काम शुरू नहीं हुआ था, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है। 


अन्य खनिज भी मिले, यूरेनियम का भंडार संभव


सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है। हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है, वहीं सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है। इसके साथ-साथ सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार की भी खोज की गई है। जिले के खनिज अधिकारी केके राय ने बताया कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम का भी भंडार होने की संभावना है। जिसकी तलाश में केंद्रीय और अन्य टीम लगी हुई हैं।