श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण शुरू होने से पहले देश को राममय बनाने की तैयारी में विहिप


अयोध्या. 


श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का मकसद अब पूरे देश के लोगों को मंदिर निर्माण से जोड़ना है। इसी कवायद के तहत अब विहिप 25 मार्च से देश के दो लाख 75 हजार गांवों में राम महोत्सव मनाएगी। विहिप के पदाधिकारियों की मानें तो 25 मार्च से नौ अप्रैल के बीच श्रीराम महोत्सव को लेकर देश के सभी गांवों में महोत्सव समितियों का गठन भी किया गया है। 15 दिनों तक चलने वाले राम महोत्सव में हर गांव में श्रीराम की मूर्ति स्थापित करवाकर पूजा-अर्चना की जाएगी।


विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने सोमवार को यहां बताया कि विश्व हिन्दू परिषद देश के दो लाख 75 हजार गांवों में राम महोत्सव मनायेगी। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद का मकसद अब पूरे देश को मंदिर निर्माण में शामिल करने का है।


उन्होंने कहा- इस सिलसिले में पिछले दिनों भगवान श्रीराम की नगरी और विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम् में योजना बैठक भी हुई थी जिसमें विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अमरीश सिंह समेत पूरे क्षेत्र के 22 जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए थे।


दरअसल, विहिप की कोशिश राम महोत्सव के माध्यम से ग्राम समितियां बनाकर राम की मूर्ति स्थापित करने और उनकी पूजा करवाकर पूरे देश में राममय माहौल बनाने की है।


उन्होंने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद की ओर से कार्यक्रमों की योजना समेत अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिये प्रत्येक वर्ष दो बार योजना बैठक का आयोजन किया जायेगा। इस बैठक में छह माह के बीच आयोजित होने वाले कार्यक्रम के साथ प्रांत के विभिन्न अधिकारी व कर्मचारी चिंतन-मंथन करेंगे। उसके बाद भविष्य का खाका तैयार किया जायेगा।


कारसेवकपुरम में 22 जिलों के पदाधिकारियों की हुई थी बैठक


गत 25 और 26 जनवरी को कारसेवकपुरम में आयोजित अवध प्रांत की दो दिवसीय योजना बैठक में अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी, गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर समेत 22 जिलों के पदाधिकारियों को बुलाया गया था। इस बैठक में संगठन की ओर से रामनवमी में घोषित राम महोत्सव के आयोजन पर विचार-विमर्श हुआ। महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों में एक रथ यात्रा भी निकाली जायेगी। साथ ही साथ गांवों में संत-धर्माचार्यों द्वारा प्रवचन भी किया जायेगा। 


उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुसार राम मंदिर ट्रस्ट का गठन भी हो गया है जिससे अब साफ हो गया है कि मंदिर का निर्माण शीघ्र होगा। मंदिर निर्माण के लिये यह ट्रस्ट बनाया गया है। उसकी प्रथम बैठक 19 फरवरी को दिल्ली में संभवत: आयोजित की गयी है।