टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज (आईयूसी) खत्म करने का प्रस्ताव एक साल के लिए टाल दिया। यानी यूजर अपने ऑपरेटर के अलावा किसी अन्य कंपनी के नंबर पर कॉल करेंगे तो उन पर 6 पैसे प्रति मिनट का शुल्क लगता रहेगा। इस फैसले से जियो के ग्राहकों के लिए अन्य नेटवर्क पर कॉलिंग फिर से फ्री होने की उम्मीदों को झटका लगा है। जियो अक्टूबर से फ्री कॉलिंग खत्म कर दूसरे नेटवर्क पर आउटगोइंग के लिए 6 पैसे प्रति मिनट आईयूसी चार्ज लागू कर चुकी है। उसने कहा था कि जब आईयूजी चार्ज खत्म हो जाएंगे तो वह फिर से सभी नेटवर्क पर कॉलिंग फ्री कर देगी।
ट्राई के फैसले से वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल को फायदे की उम्मीद
पहले यह तय हुआ था कि 1 जनवरी 2020 से आईयूसी खत्म कर दिए जाएंगे। लेकिन, सितंबर में ट्राई ने संबंधित पक्षों की राय जानने के लिए डिस्कशन पेपर जारी कर दिया। उसका कहना था कि अलग-अलग ऑपरेटरों के वॉइस कॉलिंग टैरिफों में अभी भी असंतुलन है। वोडाफोन-आइडिया और भारती एयरटेल आईयूसी चार्ज खत्म करने का फैसला आगे बढ़ाने के पक्ष में थे, लेकिन रिलायंस जियो ने आपत्ति जताई थी। जियो की फ्री कॉलिंग (अक्टूबर तक) होने की वजह से यूजर सभी नेटवर्क पर उसका इस्तेमाल कर रहे थे। इससे अन्य कंपनियों को जियो से आईयूसी चार्ज के तौर पर मोटी रकम मिल रही थी। उनके नेटवर्क से जियो पर कॉलिंग कम होने की वजह से उन्हें जियो को ज्यादा भुगतान नहीं करना पड़ता।