महोली (सीतापुर) |
कौस्तुभ बाजपेई
(फोटो-भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय का जन्मदिन बड़े धूम-धाम से मनाया गया )
नगर महोली में मानबिंदु उत्थान समिति के तत्वाधान में भारत रत्न महामना मदन मोहन मालवीय का जन्मदिन बड़े धूम-धाम से मनाया गया। कार्यक्रम में आयोजित कवि सम्मेलन में क्षेत्रीय कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी।
कमलेश मिश्र ने "गजब सा ये जहान है, बिना खम्भे का मकान है", बृज कांत बाजपेयी ने देशप्रेम से ओत-प्रोत कविता " पाक घुसपैठियों को कारगिल में देख" और राजनीति पर कटाक्ष करती कविता "हांथी साथी बनी साईकल" सुनाया।
लल्ला मिश्रा ने " ईश्वर का वरदान है बेटी, देवी का अवतार है बेटी", विमलेश बाजपेई ने " है प्रेम जगत का सार, और कोई सार नहीं है" सुनाकर सभी को भाव-विभार किया।
कार्यक्रम में कवि सुधीर मिश्र ने मानबिंदु गीत प्रस्तुत कर "गाय गीता और गायत्री की महिमा के बखान" खूब वाह-वाही लूटी।
आमंत्रित कवि राजेन्द्र मिश्र में अपनी कविता के माध्यम से महामना के जीवन पर प्रकाश डाला। बाल कवि अंचल ने " कृष्णा मेरा सुपरस्टार तथा अनंत ने " चांद सितारे आसमान में सुनाकर खूब सराहना पायी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ हर्षवर्धन शुक्ल ने कहा कि मालवीय जी उन महान् विभूतियों में से एक हैं, जिन्होंने राष्ट्र-निर्माण का सपना देखा और उसे मूर्त रूप प्रदान किया । बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान की स्थापना करने वाला यह उदारचित्त महामानव स्वयं में एक संस्था है।
कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में प्रधानाचार्य सचेन्द्र मिश्र, अध्यापक वंशीधर शुक्ल मंच पर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर राधा कृष्ण शुक्ल, श्याम किशोर दीक्षित,राजीव,संतोष गुप्त, मनमोहन अवस्थी, पिंटू मिश्र, कृष्ण मोहन पांडेय, अम्बुज,कौस्तुभ बाजपेयी, सूर्यान्क मिश्र, शिव वरदानी शुक्ल,डॉ जगदीश सिंह, पुष्पा शुक्ला, गीता मिश्रा , सुनीता दीक्षित समेत सैकड़ों साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।