कड़ाके की ठंड के बीच राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान रामलला की ड्रेस में बदलाव ,अलग-अलग रंगों में सात ड्रेस तैयार



अयोध्या. 


कड़ाके की ठंड के बीच राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान रामलला की ड्रेस में बदलाव किया गया है। अब सातों दिन के लिए भगवान ऊनी कपड़े पहनेंगे। इसके लिए अलग-अलग रंगों में सात ड्रेस तैयार करवाई गई है। रामलला मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येद्र दास ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद व्यवस्था में यह पहला बदलाव किया गया है।

ठाकुरजी के लिए ऊनी पोशाक तैयार


पुजारी ने बताया कि ठाकुरजी पूरे सर्दियों के मौसम में रोज-रोज अलग ड्रेस पहनेंगे। ये पोशाक दिन के हिसाब से शुभ रंगों में बनवाई गईं हैं। जो खास दिनों में पहनाई जाएंगी। टेंट में विराजमान रामलला को हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं। रामलला को सोमवार के दिन सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरे, गुरुवार को पीले, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीले और रविवार को गुलाबी रंग के वस्त्र धारण कराए जाते हैं।

रामलला के भोग में बिहार का मशहूर चावल भी


पुजारी ने बताया कि रामलला के भोग में बिहार का मशहूर खुशबूदार चावल भी जोड़ा गया है। अब रामलला के भोग का यह चावल भी हिस्सा बन गया है। इस चावल की निशुल्क आपूर्ति अमांवा मंदिर में चल रही राम रसोई के संचालक पूर्व आइएएस अधिकारी कुणाल किशोर की संस्था कर रही है। अभी दो बोरी चावल रामलला के लिए मिला है। इसके उपभोग के बाद दोबारा दो बोरी चावल आवंटित कर दिया जाएगा। इस चावल का भोग लगने के बाद इसे सीता रसोई में भी भेज दिया जाता हैं, जहां से इसका वितरण श्रद्धालुओं को किया जा रहा है।

मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था पहले जैसी ही


पुजारी ने बताया कि मंदिर विराजमान के आसपास अभी पहले की तरह ही सुरक्षा व्यवस्था लागू है। इसमें जगह-जगह चेकिंग के बाद लंबे रास्ते से होकर रामलला के दर्शन की व्यवस्था है।

अन्य मंदिरों में भी ठाकुरजी को ऊनी पोशाक


अयोध्या के अन्य प्रमुख मंदिरों में भी ठंड के चलते ठाकुरजी को पोशाक पहनाई गई है। रामबल्लभा कुंज मंदिर के महंत राजकुमार दास का कहना है कि उनके मंदिर में भी ठाकुरजी को ऊनी पोशाक पहनाई गई है। उन्होंने कहा- भगवान पर किसी मौसम का कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन, धार्मिक संवेदनाओं के चलते भक्त ठंड में ठाकुरजी को गर्म पोशाक पहनाने की इच्छा रखते हैं। उसका पालन किया जा रहा है।