जिंदगी और मौत से लड़ रही है उन्नाव रेप पीड़िता, डॉक्टरों ने कहा- बचने की संभावना बेहद कम


नई दिल्ली


उन्नाव रेप पीड़िता को लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया, यहां उसे सफदरजंग अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता के बचने की संभावना बहुत कम हैं। सफदरजंग के मेडिकल सुपिरिंटेंडेंट सुनील गुप्ता ने बताया, 'उन्नाव रेप पीड़िता की हालत काफी गंभीर है। उसके बचने की संभावना काफी कम है। अब हमने उसे वेंटिलेटर पर रखा है।


डॉक्टर ने बताया, 'पीड़िता 90 फीसदी तक जल गई। हम उसकी स्थिति बेहतर करने के लिए सारे प्रयास कर रहे हैं।' 23 साल की पीड़िता को लखनऊ के सिविल अस्पताल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बीती रात शिफ्ट किया गया। महिला ने इसी साल मार्च महीने में रेप केस दर्ज कराया था, जिसका उन्नाव की एक लोकल कोर्ट में ट्रायल चल रहा था।

केरोसीन फेंककर पीड़िता को लगाई आग


पुलिस के अनुसार, पांच आरोपियों की पहचान शुभम, शिवम, हरिशंकर, उमेश और राम किशोर के रूप में हुई है जिन्होंने पीड़िता के ऊपर केरोसीन फेंककर आग लगा दी थी। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संज्ञान लेते हुए पीड़िता के इलाज में मदद और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।


आग लगने के बाद एक किमी तक पैदल चली पीड़िता


चश्मदीद के मुताबिक, आग लगने के बाद पीड़िता एक किमी तक पैदल चलकर गई और पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी। घटना के चश्मदीद और पीड़िता के पड़ोसी ने बताया था कि 'वह आग में पूरी तरह लिपटी हुई बाहर निकली, तो हम घबरा गए। हम पहचान नहीं पाए तो उसने अपना नाम बताया। हमने पुलिस को कॉल की, तो पीड़िता ने खुद पुलिस से बात की और मदद के लिए बुलाया। थोड़ी ही देर में पुलिस आ गई और वह उसे गाड़ी में बिठाकर ले गए।'


आईजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) प्रवीण कुमार ने लखनऊ में बताया कि पीड़ित को जलाने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 2 ने पिछले साल पीड़ित के साथ रेप किया था। उस वक्त उनमें से एक को गिरफ्तार किया गया था जो हाल ही में जमानत पर बाहर आया था।