ग्रेटर नोएडा
जेवर के पास बनने वाले नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव बढ़ जाएगा। ऐसे में यमुना एक्सप्रेसवे पर 2 लेन और बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। ऐसे में एक्सप्रेसवे 6 से बढ़कर 8 लेन का हो जाएगा। इसके लिए संबंधित विभाग प्रपोजल तैयार कर रहा है।
मालूम हो कि नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट का पहला फेज 2023 से शुरू होगा। 2027 तक यहां से 12 मिलियन पैसेंजर उड़ान भरेंगे। इस एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान समेत यूपी के 40 जिलों के लोग पहुंचेंगे। ऐसे में लोगों के आने-जाने के लिए एक्सप्रेसवे की चौड़ाई को बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
ज्यूरिख को मिला है एयरपोर्ट का ठेका
ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक 168 किलोमीटर लंबे और 6 लेन चौड़े यमुना एक्सप्रेसवे को अब और चौड़ा करने की तैयारी हो रही है। यह काम जेवर एयरपोर्ट को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे से सटी 5 हजार हैक्टेयर जमीन पर नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाया जाएगा। पहले चरण के निर्माण के लिए 1334 हैक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। 87 प्रतिशत के आसपास जमीन अधिग्रहण की जा चुकी है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए टेंडर फाइनल हो गया है। स्विस कंपनी ज्यूरिख इस एयरपोर्ट का निर्माण करेगी, साथ ही 40 साल तक इसका संचालन भी करेगी।
2023 में यहां से उड़ान भरेंगे लोग
2023 में एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। वहीं, 2027 तक इस एयरपोर्ट से 12 मिलियन पैसेंजर उड़ान भरने लगेंगे। यमुना एक्सप्रेसवे पर मौजूदा समय में रोजाना 28 हजार वाहन दौड़ते हैं। एयरपोर्ट शुरू होने के बाद इस पर वाहनों की संख्या लाखों में पहुंच जाएगी। इसके साथ ही यमुना सिटी में भी लाखों लोग बस जाएगे। इंडस्ट्री भी लग रही हैं। ऐसे में ट्रैफिक के दबाव से जाम की स्थित न पैदा हो, इसके लिए एक्सप्रेसवे की 2 लेन बढ़ाने का फैसला लिया गया है। 2 लेन बढ़ने से यमुना एक्सप्रेसवे पर लेन की संख्या बढ़कर 6 से 8 हो जाएगी।