सुपर स्‍पेशिएलिटी जनवरी में चालू होगा, दो हजार पदों पर भर्ती


वाराणसी


काशी हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय (बीएचयू) में 200 करोड़ की लागत से बने सुपर स्‍पेशियलिटी हॉस्पिटल नए साल के पहले महीने जनवरी से चालू करने की तैयारी है। इसके लिए विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने टीचिंग और नॉनटीचिंग के दो हजार नए पद स्‍वीकृत किए हैं। भर्ती प्रकिया अगले महीने से शुरू होगी।


बीएचयू को मेडिकल हब बनाने में सुपर स्‍पेशिएलिटी हॉस्पिटल की अहम भूमिका होगी। इसके चालू हो जाने से पूर्वांचल के अलावा बिहार और नेपाल तक के मरीजों को गंभीर बीमारियों के बेहतर उपचार के लिए दिल्‍ली या दूसरे बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं होगी। वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर सुंदरलाल अस्‍पताल परिसर में सुपर स्‍पेशिएलिटी कॉम्पलेक्स का शिलान्‍यास किए जाने के बाद दो साल में हॉस्पिटल बनकर तैयार हुआ है। अब प्रधानमंत्री के हाथों इसके इसका उद्धाटन कराने की तैयारी है। 30 हजार वर्ग मीटर एरिया में बने 450 बेड वाले जी-प्‍लस 6 कॉम्पलेक्स में कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्‍यूरोलॉजी-सर्जरी, गैस्‍ट्रो सर्जरी समेत सुपर स्‍पेशियलिटी के सभी विभाग खुलेंगे। इसमें तीन ब्‍लॉक में 65 बेड का आईसीयू और 15 ओटी बनाई गई है।

सुपर स्‍पेशिएलिटी हॉस्पिटल को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए टीचिंग के 57, नॉनटीचिंग के 1460 तथ आउटसोर्सिंग के 393 पद सुजित किए गए हैं। इस बारे में यूजीसी के संयुक्‍त कुलसचिव डॉक्टर जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने शुक्रवार को बीएचयू के कुलपति को पत्र भेजकर सूचित किया है। सुपर स्‍पेशिएलिटी में प्रफेसर के दो पद, एसोसिएट प्रफेसर के 14, असिस्‍टेंट प्रफेसर के 41 पद स्‍वीकृत हुए हैं। इसके अलावा 167 सीनियर रेजिडेंट, 10 मेडिकल अफसर, 770 नर्सिंग ऑफिसर, 297 सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के साथ ओटी और लैब अटेंडेंट, आईसीयू, कैथलैब, इंडोस्‍कोपी, डायलिसिस तथा एनेस्थिसिया अटेंडेंट को मिलाकर 1460 पदों पर भर्ती होगी। एग्जिक्यूटिव इंजिनियर, असिस्‍टेंट इंजिनियर, जूनियर इंजिनियर, वर्कशॉप अटेंडेंट, गार्ड तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर के 393 पद आउटसोर्सिंग से भरे जाएंगे।