शिवपाल से गठबंधन पर अखिलेश यादव ने दिया बयान , अभी इस पर सोचने का बहुत समय है


प्रयागराज. 


उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी लोहिया पार्टी से गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अभी इस गठबंधन पर सोचने का बहुत समय है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि 2022 में वह बिना गठबंधन के ही सरकार बनाएंगे।


सपा की पूर्व विधायक विजमा यादव की बेटी ज्योति यादव की शादी में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव प्रयागराज पहुंचे थे।अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा- शिक्षा और मेडिकल के क्षेत्र में भाजपा अपने लाभ के लिए संस्थाओं को खराब कर रही है। वहीं, महाराष्ट्र में सियासत पर अखिलेश ने कहा कि वहां हमारे विधायकों की संख्या दो है। उन्होंने उम्मीद जताई कि महाराष्ट्र में जल्द ही किसी गठबंधन की सरकार बनेगी।


इस दौरान अखिलेश ने उप्र सरकार से पूछा कि प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हुईं क्या? नौजवानों को रोजगार मिला क्या? उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संकट हैं। बैंक डूब रहे हैं। इलाहाबाद बैंक को भाजपा के लोगों ने खत्म कर दिया। ऐसी आर्थिक मंदी आई है कि नौकरी, व्यापार और रोजगार का संकट है।


भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन) लाने वालों से बोलें कि नौजवानों को नौकरी कब मिलेगी? किसानों का धान कब खरीदा जाएगा? देश के आर्थिक संकट पर जवाब कब देगी सरकार?


अखिलेश मतभेद भुलाएं तो 2022 में वे मुख्यमंत्री होंगे: शिवपाल


इससे पहले शिवपाल यादव ने इटावा में पत्रकारों से कहा था कि अगर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आपसी मतभेद भुला देंगे तो वे फिर 2022 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने में कामयाब होंगे। हमारी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी है। हमने लंबे समय तक नेताजी के साथ काम किया है। हमारी विचारधारा भी समाजवादी है।