अयोध्या.
भूमि विवाद में रामलला की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने वाले वकीलों को शनिवार को सम्मानित किया गया। हिंदू पक्ष के वकील केशव पाराशरण, सीएस वैद्यनाथन, भरत कुमार, पीवी योगेश्वरन् को अंगवस्त्र और राम मंदिर का मॉडल भेंट किया गया।
इस अवसर पर राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष मंहत नृत्यगोपालदास ने कहा- “आज बड़ी खुशी की बात है कि सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ताओं द्वारा रामलला के पक्ष में बात रखने पर और रामलला के पक्ष में ही निर्णय आने से अयोध्या धन्य हो गयी है।”
कारसेवकपुरम में हुआ वकीलों का सम्मान
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) मुख्यालय कारसेवकपुरम में संतों और धर्माचार्यों ने पराशरण (90) की तारीफ की। साध्वी ऋतंभरा ने कहा- अदालत की तरफ से बैठकर दलीलें देने की छूट मिलने के बाद भी पाराशरण ने खड़े रहकर पैरवी की, साथ ही केस के दौरान जूते उतारकर ही बहस की।
अदालत के फैसले के बाद सुकून से दर्शन
विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पतराय ने कहा- इन वकीलों की अयोध्या आकर रामलला के दर्शन की इच्छा थी। रामलला के दर्शन अदालत के फैसले से पहले करना चाहिए या फैसला आने के बाद, इस पर संशय बना हुआ था। अब अदालत का फैसला आ चुका है और सब सुकून से रामलला के दर्शन कर पा रहे हैं।
कारसेवकों को भी याद किया गया
तमिलनाडु के रहने वाले केशव पाराशरण के परिवार ने सम्मान के पहले सरयू नदी में स्नान किया और रामलला के दर्शन भी किए। इस मौके पर 1990 पर राम मंदिर आंदोलन में मारे गए कारसेवकों को भी याद किया गया।