हैदराबाद
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक खौफनाक घटना सामने आई है। हैदराबाद-बेंगलुरु हाइवे पर एक महिला सरकारी डॉक्टर की अधजली लाश मिली है। माना जा रहा है कि 27 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई। हैवानियत की इंतहा यह थी कि आरोपियों ने डॉक्टर की लाश को जलाकर एक फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया था। दरअसल महिला डॉक्टर रात में अपने घर लौट रही थीं, इसी दौरान रास्ते में उनकी बाइक पंचर हो गई थी। पुलिस को संदेह है कि इस दौरान उन्हें रात में अकेला देखकर वारदात को अंजाम दिया गया।
पुलिस को संदेह है कि महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई है। देर रात पुलिस ने दो संदिग्धों को उठाया है। इसमें एक लॉरी ड्राइवर और दूसरा उसका क्लीनर है। पुलिस उनके साथ पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह जब दूध बेचने वाले एस सत्यम वहां से गुजरे तो उन्हें फ्लाईओवर के नीचे अधजली लाश मिली। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई। जांच में पता चला कि महिला डॉक्टर के लापता होने की सूचना दर्ज है। इसके बाद पीड़ित डॉक्टर के परिवार वालों को बुलाया और उन्होंने शव की शिनाख्त की। इस बीच हत्याकांड के विरोध में हैदराबाद में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
'पीड़िता को पंचर ठीक कराने का ऑफर'
पीड़िता की बाइक को कोठूर में पाया गया। उसके नंबर प्लेट को निकाल लिया गया था। डॉक्टर का मोबाइल और पर्स भी गायब था। पीड़िता के परिवार वालों ने बताया कि महिला डॉक्टर को स्किन प्राब्लम थी, जिसे डॉक्टर को दिखाने के लिए वह शाम 5.30 बजे एक प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए निकली थीं। साइबराबाद के डेप्युटी पुलिस कमिश्नर प्रकाश रेड्डी ने कहा, 'महिला डॉक्टर ने अपनी गाड़ी टोल प्लाजा के पास छोड़ दी थी। जब वह डॉक्टर को दिखाकर लौटीं तो अपनी बाइक लेने के लिए टोल प्लाजा के पास प हुंचीं। इसी दौरान दो लोग वहां पहुंचे और दावा किया कि उनकी गाड़ी पंचर है। इन लोगों ने पीड़िता को पंचर ठीक कराने का ऑफर दिया।'
'पंचर ठीक कराने के बहाने सुनसान जगह ले गए'
पुलिस ने बताया कि हमलावर बाइक को लेकर गए और थोड़ी देर बाद लौट आए। उन्होंने कहा कि पंचर ठीक करने की दुकान बंद है। उन्होंने महिला डॉक्टर से कहा कि वे उनकी गाड़ी को दूसरी दुकान तक ले जाने में मदद कर देंगे। ये लोग थोड़ी दूर गए और सुनसान जगह पर पहुंचने पर उन्होंने घटना को अंजाम दिया। पीड़िता की बहन ने भी इस पूरी घटना की पुष्टि की है।
'लोगों को देख डरी हुई थी मेरी बहन'
पीड़िता की बहन ने कहा, 'मेरी बहन ने मुझे रात 9.22 बजे फोन किया था। वह कई लोगों के साथ गाड़ियों के बीच थी। मेरी बहन ने कहा था कि वह बहुत डर रही है। इसलिए मैंने उससे कहा था कि वह टोल प्लाजा के पास चली जाए और सुरक्षित रहे।' रिपोर्ट्स के अनुसार, बहन ने पुलिस को बताया कि कुछ ही मिनट बाद जब प्रियंका को कॉल किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आने लगा। परेशान परिवार ने पहले टोल प्लाजा पहुंच खुद प्रियंका को तलाशने की कोशिश की, जब वह नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। इस बीच घटना के विरोध में हैदराबाद में विरोध प्रदर्शन हुआ है। उधर, इस पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए महिला आयोग ने अपनी एक टीम को हैदराबाद भेजा है।