लखनऊ.
उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों को कांग्रेस के पाले में करने के लिए कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने ब्राह्मण चेतना यात्रा की शुरूआत की है। इस यात्रा के जरिए उन परिवारों से मुलाकात का खाका खींचा गया, जिन्होंने योगी सरकार में विभिन्न अपराधों में अपने किसी को खोया है। इस सिलसिले में रविवार को जितिन प्रसाद बस्ती पहुंचे थे। उन्होंने यहां छात्रनेता आदित्य नारायण तिवारी के परिजनों से मुलाकात की। बीते अक्टूबर माह में आदित्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कांग्रेसी हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के परिवार वालों से भी मुलाकात करेंगे। जिनकी लखनऊ में हत्या कर दी गई थी।
ब्राह्मण चेतना यात्रा की शुरूआत जितिन प्रसाद ने मैनपुरी जिले से की है। यहां एक छात्रा का शव सरकारी स्कूल के अंदर लटकता पाया गया था। इस मामले में मृतका के परिजनों की मांग पर सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, लेकिन अभी जांच शुरू नहीं हुई है। इसके अलावा मेरठ के वकील मुकेश शर्मा, लखीमपुर खीरी के पत्रकार रमेश मिश्रा के परिवार वालों से भी मुलाकात करेंगे। वकील मुकेश व पत्रकार रमेश की अक्टूबर माह में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जितिन प्रसाद इससे पहले अमेठी में सत्य नारायण शुक्ला और कन्नौज में अमन मिश्रा के परिवार वालों से मिल चुके हैं।
यात्रा का यह मकसद
जितिन प्रसाद ने सोमवार को कहा, '' हमारी यात्रा किसी विशेष समुदाय के लिए बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन क्या यह चिंता का विषय नहीं है कि हाल ही में राज्य में मारे गए अधिकांश लोग ब्राह्मण समुदाय से हैं? राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और अब स्वाति सिंह जैसे मंत्री भी सीधे पुलिस अधिकारियों को धमकी दे रहे हैं। हम न केवल पीड़ितों के परिवारों से मिलेंगे, बल्कि यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें न्याय मिले।
प्रसाद के इस्तीफे की उड़ी थी अफवाह
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान जितिन प्रसाद का कांग्रेस से इस्तीफा देने की अफवाह उड़ी थी। लेकिन बाद में उन्हें इसे खारिज कर दिया था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें टिकट भी दिया था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए जितिन प्रसाद अब खुद को पार्टी के एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरे को स्थापित करने और राज्य में ब्राह्मण समुदाय के मतदाताओं को एकजुट करने में जुट गए हैं।
भाजपा ने यात्रा पर उठाए सवाल
भाजपा के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कांग्रेस की इस यात्रा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा- कांग्रेस में लोग कई बार दावा करते हैं कि वे 'ज्ञानधारी ब्राह्मण' हैं और अन्य मौकों पर 'भगवा आतंकवाद' शब्द का इस्तेमाल करते हैं। कांग्रेस को अपनी राजनीति और चुनावों की परवाह है। उन्हें किसी से कोई सहानुभूति नहीं है। कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में आरोप लगाने वाले लोग इस तथ्य से अनजान हैं कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य में संगठित अपराध में भारी कमी आई है।