कानपुर.
जिले में रविवार देर रात एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जेल पुलिस कैदी को लेकर जिला अस्पताल पहुंची तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आराेप है कि कैदी के साथ गए पुलिसकर्मी शव छोड़कर भाग गए। परिजनों का अरोप है कि हमें किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई कि आदिल की तबियत खराब है। उसकी हत्या की गई है।
पुलिस के अुनसार बेकनगंज थाना क्षेत्र के तलाक महल में रहने वाले मोहम्मद आदिल (21) चार भाई थे। पिता अब्दुल के मौत हो चुकी है। बीते 26 जुलाई 2019 को बरसात के दिनों करंट से चिपक कर मन्ने नाम के युवक की मौत हो गई थी। मन्ने की मौत से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने केस्को की गाड़ियों और उपकरणों में तोड़फोड़ की थी। इस बवाल के बाद बेकनगंज पुलिस ने लगभग 500 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जांच में मोहम्मद आदिल को दोषी पाया गया था। पुलिस ने बीते 8 अगस्त को आदिल को जेल भेजा था।
सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया
जानकारी के मुताबिक रविवार को आदिल के सीने में दर्द हुआ था। सीने में दर्द की शिकायत पर उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आदिल का प्राथमिक उपचार कर उर्सला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था। लेकिन उर्सला के डॉक्टरों का कहना है कि जब कैदी को उर्सला अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल मे कैदी को लाने का समय 7 बजकर 40 मिनट का समय दर्ज किया गया है।
तीन महीने से जेल में बंद था
मृतक के भाई आकिब ने बताया कि रविवार को दो सिपाही घर पर आए थे। सिपाहियों ने थाने बुलाया था। जब मैं थाने पहुंचा तो वहां बताया गया कि तुम्हारे भाई की मौत हो गई है। जब हम लोग पहुंचे तो देखा कि भाई का शव लावारिसों की तरह पड़ा हुआ था। उन्होंने बताया कि आदिल की उम्र 21 वर्ष थी वो शरीर से स्वस्थ था। उसे कोई बिमारी नहीं थी कुछ दिन पहले ही मैं उससे जेल में मिल कर आया था। तीन माह से वो जेल में बंद था।
एसओ विद्याशरण शुक्ल के मुताबिक आदिल को जेल पुलिस द्वारा भर्ती कराया गया था। जेल अस्पताल में इसका उपचार चल रहा था। जब उसकी हालत ज्यादा बिगड़ी तो उर्सला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।