नई दिल्ली.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार को कुछ शरारती तत्वों ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर अपशब्द लिखकर एक राजनीतिक पार्टी के खिलाफ अपना विरोध जताया था। इस पर जेएनयू के कुलपति एम.जगदीश कुमार ने कहा, ''परिसर में तोड़फोड़ करने वाले विद्यार्थियों की पहचान कर ली गई है। जल्द उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन उन लोगों की भी पहचान करने में जुटा है, जिन्होंने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की''
कुलपति कुमार के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की पहचान और मजबूत करने के लिए परिसर में शांति कायम करना जरूरी है। ये तभी मुमकिन है, जब हम सभी इसे अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य समझें। शिक्षा के केंद्र के रूप में जेएनयू की पहचान बुलंद करने के इस मिशन में हम सबको अपना श्रेष्ठ देना चाहिए। इससे पहले मूर्ति विवाद पर एबीवीपी, एनएसयूआई और लेफ्ट छात्र संगठन के सदस्य आमने-सामने आए थे। भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश कुमार सिन्हा ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
15 दिनों तक छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया
जेएनयू में हॉस्टल, मेस समेत अन्य सुविधाओं की फीस बढ़ाने को लेकर छात्रों ने 15 दिनों तक प्रदर्शन किया। हालांकि, कुछ मामलों में फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेने के बाद भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। उनका कहना है कि जब तक पहले जैसा फीस स्ट्रक्चर नहीं हो जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।