नई दिल्ली/मुंबई.
महाराष्ट्र में रातों-रात राष्ट्रपति शासन हटवाकर बनी भाजपा सरकार को मंगलवार को संविधान दिवस (26 नवंबर) पर मैदान छोड़ना पड़ा। पहले राकांपा के अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी बहुमत नहीं होने की बात कहकर मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दी। 2017 की बात करें तो देश की 72% आबादी वाले क्षेत्र पर एनडीए शासन था। अब 41% पर ही इसका राज बचा है। 11 महीने में एनडीए ने 4 बड़े राज्यों में सत्ता गंवाई है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सत्ता जाने से भाजपा 41% आबादी तक सीमित हो गई है। हालांकि, मिजोरम और सिक्किम एनडीए के खाते में आए। अब 17 राज्यों में एनडीए सरकार है। 13 में भाजपा और 4 में सहयोगी दलों के सीएम हैं। (भाजपा तमिलनाडु में सरकार के साथ है, लेकिन विधायक एक भी नहीं। इसलिए मैप में नहीं)
दिल्ली तो पहले से ही दूर, अब आर्थिक राजधानी में भी भाजपा सत्ता से बाहर
महाराष्ट्र की कुल जीडीपी करीब 30 लाख करोड़ रुपए है। यह देश की जीडीपी का 14% हिस्सा है।
देश के 40% से ज्यादा कॉर्पोरेट ऑफिस महाराष्ट्र में ही हैं। चुनावी चंदे में इनका बड़ा योगदान है।
यूपी के बाद सबसे ज्यादा 48 लोकसभा सीटें महाराष्ट्र में हैं। इसलिए महाराष्ट्र अहम है।