योगगुरु बाबा रामदेव ने डेंगू के इलाज के लिए एलोपैथी से हट कर आयुर्वेद का रास्ता बताया है। रामदेव ने दावा किया है कि चार जड़ी-बूटियों के इस्तेमाल से डेंगू का पूरा इलाज हो सकता है.
क्या है जड़ी-बूटी का इलाज
रामदेव ने कहा कि गिलोय, एलो वेरा, पपीते के पत्ते और अनार का जूस पीने से डेंगू से मुक्ति मिल सकती है। इन्होंने हर चार घंटे या दिन में 3-4 बार इन चारों का 50-50 ग्राम जूस पीने का राय दी है और कहा है कि इससे प्लेटलेट का घटती संख्या को रोकने में मदद मिलती है।
डेंगू में क्या होता है?
शरीर में 1 मिलीलीटर ख़ून में 30-40 हजार प्लेटलेट होते हैं. इतने प्लेटलेट रोज़ाने मरते हैं, और बनते भी रहते हैं। डेंगू में शरीर का काम आंशिक रूप से बंद हो जाता है जिसके कारण प्लेटलेट बनने की गति धीमी हो जाती है। ऐसे में डॉक्टर मरीज़ के शरीर में पानी की सप्लाई बनाए रखते हैं और ब्लड प्रेशर देखते हैं। उनकी कोशिश होती है कि शरीर में इम्यूनिटी बढ़े और मरीज़ का शरीर जल्द ठीक हो जाए।
वहीं रामदेव का दावा है कि डेंगू के कारणों में प्लेटलेट का कम होना, बुखार होना, पेट की गड़बड़ - उल्टी और दस्त और लीवर का काम ठीक नहीं होना जैसे कारणों को जड़ी-बूटियां ठीक करता हैं।