ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि ,अगले साल विक्ट्री डे परेड के लिए मोदी जाएंगे रूस


ब्रासीलिया (ब्राजील). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम में हिस्सा लिया। समिट के इतर उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकातें कीं। मोदी ने ब्राजील में भारतीयों को वीजा-मुक्त प्रवेश देने के फैसले पर राष्ट्रपति बोल्सनारो का आभार जताया। साथ ही उन्हें 2020 के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आने का निमंत्रण दिया। इसे बोल्सोनारो ने स्वीकार कर लिया। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ब्राजील के राष्ट्रपति भारत दौरे पर बिजनेस डेलिगेशन के साथ आएंगे। वे यहां अंतरिक्ष और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौते कर सकते हैं। 


मोदी इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले। दोनों नेताओं के बीच व्यापार, सुरक्षा और संस्कृति जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। पुतिन ने मोदी को अगले साल मॉस्को में होने वाले विक्ट्री डे सेलिब्रेशन में आमंत्रित किया। इस पर मोदी ने खुशी जताते हुए न्योता स्वीकार कर लिया। पुतिन ने कहा कि यह उनकी मोदी के साथ एक साल में चौथी मुलाकात है। इन मुलाकातों का ही असर है कि भारत-रूस के बीच रिश्ते और गहरे हुए हैं। दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 17% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 


जिनपिंग ने तीसरी अनौपचारिक समिट के लिए मोदी को न्योता दिया


मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिनपिंग की महाबलीपुरम यात्रा पर बात की। मोदी ने कहा, “चेन्नई की मुलाकात ने हमारी यात्रा को एक नई ऊर्जा और गति दी है। बिना एजेंडे के एक-दूसरे के देशों की स्थिति, वैश्विक परिस्थिति और मन को जानने के प्रयास में हम सफल रहे। चेन्नई में जो बातें हुईं, उस पर हमारी टीमें काम कर रहीं हैं। मुझे विश्वास है कि इन चीजों को आगे बढ़ाने में हमारी सुविधा और बढ़ती जाएगी।” इसके बाद जिनपिंग ने मोदी को 2020 में चीन में होने वाले तीसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया, जिसके लिए तारीख और स्थल बाद में तय की जाएगी।


भारत-चीन सीमा संबंधित मामलों पर बैठक कराने का निर्णय
जिनपिंग ने चेन्नई में दूसरे अनौपचारिक सम्मेलन में मेजबानी के लिए मोदी की सराहना की। दोनों के बीच विश्व व्यापार संगठन, ब्रिक्स और आरसीईपी (मुक्त व्यापार समझौते)  सहित बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों देशों की सीमा से संबंधित मामलों पर विशेष प्रतिनिधियों की एक और बैठक करने का फैसला किया। इसमें सीमा क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के महत्व को दोहराया जाएगा।


सामाजिक सुरक्षा समझौते पर विचार करें ब्रिक्स देश: मोदी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले ब्रिक्स बिजनेस फोरम में ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) को सामाजिक सुरक्षा समझौते पर विचार-विमर्श करने को कहा। उन्होंने कहा, 'ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया के आर्थिक विकास में 50% का योगदान करते हैं। वैश्विक मंदी के बावजूद ब्रिक्स राष्ट्रों ने आर्थिक विकास में योगदान दिया है और करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।'


ब्राजील के राष्ट्रपति के भोज में शामिल होंगे मोदी


माेदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ भी बैठक की। वह गुरुवार काे सांस्कृतिक प्रस्तुति कार्यक्रम और ब्राजील के राष्ट्रपति की ओर से आयोजित भोज में भी शामिल होंगे। 11वें ब्रिक्स सम्मेलन का थीम नवाचार भविष्य के लिए आर्थिक वृद्धि है। ब्रिक्स में 14 नवंबर को सभी नेता एक प्रतिबंधित सत्र में हिस्सा लेंगे, जो बंद कमरे में हाेने वाला सत्र होगा। मोदी बाद में ब्रिक्स प्लेनरी बैठक में भाग लेंगे, जहां नेता अपने देश के आर्थिक विकास के लिए अंतर-ब्रिक्स सहयोग के बारे में चर्चा करेंगे। इस बीच व्यापार और निवेश एजेंसियों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे, जिसके बाद एक ब्रिक्स संयुक्त घोषणा-पत्र जारी किया जाएगा।