​भ्रष्टाचार के आरोपी 80 से ज्यादा इंजिनियरों के खिलाफ पावर कॉरपोरेशन ने शुरू की जांच


लखनऊ
भ्रष्टाचार कर करोड़ों की संपत्ति बनाने के आरोपित 80 से ज्यादा इंजिनियरों के खिलाफ पावर कॉरपोरेशन की विजिलेंस यूनिट ने जाँच शुरू कर दी है। इनमें 5 इंजिनियर ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच भी की जा रही है। माना जा रहा है कि आरोप साबित होने पर इंजिनियरों के खिलाफ निलंबन से लेकर बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की जा सकती है।


विजिलेंस टीम के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ऊर्जा मंत्री को इंजिनियरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थीं। इनका संज्ञान लेते हुए पावर कॉरपोरेशन ने जांच विजिलेंस को सौंपी। शिकायतों में इंजिनियरों पर भ्रष्टाचार कर करोड़ों की संपत्ति बनाने के आरोप भी लगे हैं। शिकायतों में इंजिनियरों की लखनऊ, नोएडा, इलाहाबाद, वाराणसी सहित अन्य शहरों की पॉश कॉलोनियों में संपत्तियों का ब्योरा भी दिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, भ्रष्टाचार की जो शिकायतें मिली हैं, उनमें ज्यादातर शिकायतें पिछली सरकार के समय की हैं। इनमें इंजिनियरों पर ठेका देने, बड़े उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने, बिजली के बिल में बदलाव के एवज में रिश्वत लेने और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।


जिन इंजिनियरों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं, उनमें 2 चीफ इंजिनियर, 7 अधीक्षण अभियंता, 15 अधिशासी अभियंता, 23 असिस्टेंट इंजिनियर और ऑफिस स्टाफ के 35 लोग शामिल हैं।