बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह यूपी से होंगे राज्यसभा उम्मीदवार ,आजम की पत्नी के इस्तीफे बाद खाली हुई थी सीट


लखनऊ.


राज्यसभा की दो सीटों के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान बुधवार को कर दिया है। राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि केसी रामामूर्ति को कर्नाटक में बतौर प्रत्याशी उतारा है। यूपी में समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रहीं तंजीन फातिमा के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई है।


हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा उप चुनाव में रामपुर सीट से आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा विधायक चुनी गई हैं। उससे पहले तंजीन फातिमा समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद थीं। विधायक बनने के बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद यूपी के कोटे से राज्य सभा की एक सीट खाली हो गई थी। इसी सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है।


उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर 12 दिसंबर को उपचुनाव होगा। इसी दिन मतों की गिनती होगी। 


कौन हैं अरुण सिंह?
अरुण सिंह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के वैधा गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1965 में हुआ था। उनके पिता विजय नारायण प्राइमरी शिक्षक थे। चार भाईयों में अरुण सिंह सबसे छोटे हैं। अरुण सिंह ने 1984 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक करने के बाद दिल्ली में 1988 में सीए की पढ़ाई पूरी की। एसबीआई और यूनियन बैंक में से 7 सालों तक नौकरी करते हुए अरुण सिंह यूनाइटेड नेशन और वर्ल्ड बैंक मैं कंसल्टेंट के पद पर भी रह चुके हैं।


ये रहा राजनीतिक सफर- 
अरुण सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक रहे हैं। आरएसएस में संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी निभाई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा यूथ विंग में अपने कैरियर की शुरुआत की। अरुण सिंह भाजयुमो में 1999 से 2004 के बीच उपाध्यक्ष रहे। नेशनल कन्वेंटनर, इन्वेस्टर शैल में भी उन्होंने जिम्मेदारी निभाई। वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर हैं। साथ ही उड़ीसा के स्टेट प्रभारी हैं। 2014 में मोदी कैंपियन में भी अरुण सिंह ने बड़ी जिम्मेदारी निभाई थी। अरुण सिंह राजनाथ सिंह के रिश्तेदार हैं।