वाराणसी.
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत धर्म संकाय विभाग में संस्कृति के प्रोफेसर के तौर पर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर जारी गतिरोध अब खत्म होता नजर आ रहा है। गुरुवार को संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय 14 दिन के बाद खुल गया। संकाय के सभी विभागाध्यक्ष और टीचर पहुंचे। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच विभाग का ताला खोला गया।
इस बीच ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष विनय पांडेय के मुताबिक, गुरुवार से विभाग में पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से शुरू हो गया। वहीं दूसरी ओर आंदोलन कर रहे छात्रों के एक दल ने वीसी राकेश भटनागर से मुलाकात की। छात्रों ने बताया कि हमारी मांगों को सुना है। जब तक उनकी ओर से हमे कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता है, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जहां तक संकाय खुलने की बात है तो पठन-पाठन में व्यवधान न पड़े, इसलिए उसे खोला गया।
डॉ. फिरोज बोले- संस्कृत से मेरा खानदानी नाता
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में 6 नंवबर को डॉ. फिरोज ने ज्वाइन किया था। इसके बाद से ही छात्रों का एक समूह डॉ. फिरोज की नियुक्ति का लगातार विरोध कर रहा है। वहीं, डॉ. फिरोज ने कहा कि 'मैं एक मुस्लिम हूं, तो क्या मैं छात्रों को संस्कृत सिखा नहीं सकता।'