आतंकवाद से वैश्विक अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होता है-पीएम मोदी






ब्राजीलिया


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स समिट के मुख्य सत्र को गुरुवार को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “आतंकवाद के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होता है। यह विकास, शांति और समृद्धि के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इससे विकासशील राष्ट्रों की आर्थिक वृद्धि 1.5% कम हो गई है।”


मोदी ने कहा, “आतंकवाद, टेरर फंडिंग, ड्रग ट्रैफिकिंग और संगठित अपराध द्वारा निर्मित वातावरण से व्यापार और कारोबार को नुकसान पहुंचता है। मुझे खुशी है कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए ब्रिक्स रणनीति' विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।''


ब्रिक्स नेताओं ने कहा- संयुक्त राष्ट्र में सुधार की तत्काल जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ को मजबूत करने के लिए इसमें तत्काल सुधार करने पर जोर दिया। नेताओं ने विकासशील देशों के सामने आ रही अहम चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भी सुधार की जरूरत पर बल दिया।


ब्रिक्स देशों को व्यापार और निवेश पर ध्यान देने की जरूरत: मोदी 


मोदी ने कहा, ''मंदी के बाद भी ब्रिक्स सदस्य राष्ट्र वैश्विक आर्थिक विकास के लिए करीब-करीब आधा योगदान देते हैं। इनमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका का नाम शामिल है। हमें ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार और निवेश पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। अभी, ब्रिक्स देशों के बीच विश्व व्यापार का केवल 15% ही व्यापार होता है। हमने हाल ही में फिट इंडिया मूवमेंट की शुरूआत की है। मैं ब्रिक्स देशों के बीच फिटनेस और स्वास्थ्य के क्षेत्र में संवाद को बढ़ाना चाहता हूं।”


मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे


समिट के दौरान मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। समिट में समकालीन विश्व में राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए चुनौती और अवसरों पर बातचीत होगी। ब्रिक्स के मुख्य अधिवेशन में सभी नेता आपस में आर्थिक विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत करेंगे। 


ब्रिक्स विश्व की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से मिलकर बना है। ब्रिक्स देशों की दुनिया की कुल आबादी में 42% और जीडीपी में 23% हिस्सेदारी है। पांचों देशों का विश्व व्यापार में हिस्सा 17% है।