खाकी की मिलीभगत से चल रहा पशु व शराब तस्करी का खेल


 



  • पशु तस्करों की भी मदद करती थी रामनगर पुलिस।

  • चंदौली पुलिस ने ही खोली वाराणसी पुलिस की पोल।

  • किन अधिकारियों की शह पर चल रहा था पूरा खेल?


इस तरह के मामलों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कड़ा निर्देश है कि पशु तस्करों और शराब तस्करों के मामलों में जीरो टालरेंस की नीति अपनाकर कार्यवाही की जाये। पूर्व में कुशीनगर में पुलिस की गाड़ी से शराब तस्करी की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इस प्रकरण में एसपी को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था।


मंजू सिंह (विशेष संवाददाता)


लखनऊ। प्रदेश में पशु व शराब तस्करी का खेल खूब चल रहा है। ताजा मामला है प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाणाणसी का। यहां खाकी की मदद से चल रहा था शराब व पशु तस्करी का खुला खेल। इसकी पोल चंदौली पुलिस ने खोली। यह खेल तब उजागर हुआ जब 9 सितम्बर को चंदौली में पकड़े गये शराब व पशु तस्करों ने अपना अपराध स्वीकार किया। इस पर चंदौली के एसपी की मौखिक रिपोर्ट पर डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने एडीजी जोन वाराणसी बृज भूषण से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है। साथ ही इसमें शामिल पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्यवाही करने को कहा है। 



इस प्रकरण की जानकारी एसपी चंदौली हेमंत कुटियाल ने दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुये शराब तस्करी में लिप्त 3 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर जेल भेज दिया गया। इस बाबत एडीजी जोन से पूरी रिपोर्ट मांगी है। उन्होने कहा कि पशु व शराब तस्करी के मामले में लिप्त अन्य पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। यह मामला खुला कुछ इस तरह- चंदौली पुलिस ने 9 सितम्बर को मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में 2 शराब तस्करों संदीप सिंह व दीपक को 375 बोतल शराब के साथ हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान वाराणसी के रामनगर थाने के 2 सिपाही वैभव कुमार यादव व सोनू यादव तस्करों की पैरवी में मुगलसराय पहुंच गये। सोनू ने बताया कि रामनगर में पूर्व में तैनात रहे सिपाही अजीत यादव हरियाणा के शराब तस्कर विकास का करीबी है। उसी के कहने पर वह इन तस्करों की पैरवी के लिये आया है। बात न बनती देख खुद रामनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर अनूप कुमार शुक्ल सादे कपड़ो में शराब व तस्करों को छुड़ाने पहुंच गये। स्वाट टीम ने पूरे प्रकरण की जानकारी अपने एसपी हेमंत कुटियाल को दी। कुटियाल के थाने पहुंचने से पहले ही हंस्पेक्टर अनूप वहां से निकल गये। एसपी ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी और रामनगर में तैनात दोनों सिपाही वैभव और सोनू के अतिरिक्त पुलिस लाइन में तैनात अजीत को गिरफ्तार कर लिया। 



सूत्रों की माने तो गिरफ्तार किये गये अजीत का जब पुलिस ने मोबाइल खंगाला तो उसमें कुछ वाहट्सैप चैट मिली। इसमें सात सितम्बर को रामनगर थाने में पकड़ी गयी 1000 पेटी शराब का मैसेज था। इसमें 250 पेटी दिखाने और 750 पेटी शराब गायब करने की बात की जा रही थी। जांच की गयी तो पता चला कि 7 सितम्बर को पुलिस ने लिखा पड़ी में 255 पेटी शराब राम नगर पुलिस की मदद से गायब कर दी गयी। अजीत पूर्व में रामनगर थाने में तैनात रहा है। चंदौली के इलिया थाने पर 6 सितम्बर को हल्की मुठभेड़ के बाद 2 पशु तस्कर शहंशाह और मोहम्मद अशरद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में शहंशाह ने बताया कि वह जौनपुर से पशुओं को लेकर बिहार तक जाता है। इसमें उनकी मदद रामनगर थाने में तैनात सिपाही राहुल मिश्रा करता है। उसे प्रति चक्कर 4000 रूपये मिलते हैं। इसमें राहुल मिश्रा का काम था कि पशु लदे ट्रक को वाराणसी से पार कराना। उसे क्या पता था कि चंदौली पुलिस ही उसकी यह पोल खोल देगी।