मुंबई
एनसीपी ने महाराष्ट्र की इस्लामपुर विधानसभा सीट से विधायक जयंत पाटिल को एनसीपी विधायक दल का नेता नियुक्त कर दिया है। इससे पहले शनिवार शाम पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में हुई एनसीपी विधायकों की बैठक में अजित पवार को पार्टी के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया।
साल 1962 में जन्मे जयंत पाटिल महाराष्ट्र के मशहूर नेता राजाराम पाटिल के बेटे हैं। 1984 में उनकी मृत्यु के बाद जयंत पाटिल राजनीति में आए। वह इस्लामपुर वालवा सीट से छह बार विधायक रहे हैं। 1999 से 2008 के बीच वह कांग्रेस और एनसीपी की राज्य सरकार में वित्त मंत्री रहे।
मुंबई हमलों के बाद जयंत पाटिल ने संभाली थी स्थिति
साल 2008 में हुए मुंबई हमलों के बाद जब महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने इस्तीफा दे दिया तो उनके बाद जयंत पाटिल ने राज्य के गृह मंत्री का पद भार संभाला। महाराष्ट्र पुलिस के आधुनिकीकरण में उनकी अहम भूमिका रही है। वह महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री भी रह चुके हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी ने रातोंरात बाजी पलटते हुए अजित पवार की मदद से सरकार बना ली। शनिवार सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली। अजित पवार ने दावा किया था कि उनके पास एनसीपी के विधायकों का समर्थन पत्र है, जोकि उन्होंने राज्यपाल को सौंपा है। इसके बाद एनसीपी और शिवसेना की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी चीफ शरद पवार ने दो टूक कहा कि बीजेपी सरकार के साथ सिर्फ अजित पवार गए हैं, एनसीपी नहीं।