अयोध्या.
नगर निगम ने गायों को ठंड व शीतलहरी से बचाने के लिए उन्हें काऊ कोट पहनाने की शुरूआत कर दी है। सोमवार को मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने नगर निगम की गोशाला में गायों व उनके बछड़ों को काऊ कोट पहनाया। नगर आयुक्त डॉक्टर नीरज शुक्ला ने बताया कि, यह व्यवस्था तीन चरणों में लागू होकी, क्योंकि यहां गायों की संख्या 1,200 है। इसलिए पहले यहां उनके 100 बछड़ों के लिए कोट तैयार किए गए हैं।
बैसिंह गांव स्थित गोशाला जिले की सबसे बड़ी गोशाला है। वर्तमान में एक हजार से अधिक गाय हैं। मेयर ने कहा- अब इसको हर तरह से सुविधा सम्पन्न बना कर इसे प्रदेश की सबसे बेहतरीन गोशाला का दर्जा हासिल करवाया जाएगा।
पहले बोरे के कपड़े पहनाए जाते थे
उन्होंने बताया कि, यहां की गायों को पहले बोरे के कपड़े से जाड़े मे ठंड से बचाया जाता था। अब गायों के लिए बाकायदा काऊ कोट तैयार करवाए जा रहे हैं, जो तीन लेयर के कपड़ों से बनेंगे। इसके सैम्पल का भी परीक्षण कर ओके कर दिया गया है। गाय के मेल व फीमेल बच्चों के लिए नीचे की लेयर सॉफ्ट, बीच की फोम की और बाहरी लेयर जूट की रहेगी। जिससे उनको गड़े नहीं, साथ ही पानी व जाड़े से बचाया जा सके। इन पर 250 रूपए से 300 रूपए तक का खर्च आ रहा है। पहले चरण में गाय के बछड़े व बछड़ियों के लिए डॉगी स्टाइल के काऊ कोट की व्यवस्था की गई है।
मास्टर प्लान के तहत कई योजनाएं
मेयर के मुताबिक, गो माता की सेवा पर हमारा पूरा फोकस है। उन्हें काऊ कोट के अलावा शीत लहर से बचाने के लिए जो भी इंतजाम होंगे, वह अयोध्या नगर निगम करेगी। इसे हम लोग एक बेहतरीन गोशाला के रूप में धीरे-धीरे विकसित कर रहे हैं। अब अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। अमृत योजना व मास्टर प्लान के मुताबिक भी कई योजनाएं तैयार की जाएगी।