लखनऊ.
समाजवादी पार्टी के संस्थापक तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का 81वां जन्मदिन शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर उनके पुत्र और पूर्व सीएम अखिलेश यादव समेत सपा के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस मौके पर मुलायम सिंह ने कहा कि देश गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। पार्टी को लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं उठानी चाहिए जिससे वह दोबारा उठ खड़ी होगी।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) दोनों अलग-अलग आयोजन करेंगी। प्रसपा कार्यकर्ता जन्मदिन को एकता दिवस के तौर पर मनाएंगे और सैफई में विराट दंगल अयोजित किया गया। शिवपाल सिंह यादव सैफई में नेताजी का जन्मदिन मनाया। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश कार्यालय में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया था।
मेरी तरह गरीबों का भी जन्मदिन मनया जाए - मुलायम सिंह
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मुझे खुशी इस बात है नौजवान बड़ी संख्या में आए हैं। गरीब कार्यकर्ताओं का भी जन्मदिवस मनाया जाना चाहिए ताकि उनका भी उत्साह बढ़ता रहे। देश में संकट बढ़ रहा है। हमारे जन्मदिवस का उत्साह तब और बढे़गा जब गरीब का भी जन्मदिवस मनाया जाएगा।
मुलायम ने कहा कि देश गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। नौजवानों की उपेक्षा, रोजगार नहीं मिल रहा। बुन्देलखण्ड में एक महिला ने गरीबों के घर जाकर त्यौहार मनाया इससे सपा के पक्ष में माहौल बना। मैं भी गरीब कार्यकर्ताओं के जन्मदिवस कार्यक्रम में शामिल होऊंगा। मुझे बुलाएं।
शिवपाल ने की थी मतभेद भुलाकर एकजुट होने की अपील
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को परिवार में एकजुटता होने की वकालत करते हुए मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन 22 नवंबर को एक साथ मनाने की उम्मीद जतायी थी। इतना ही नहीं, शिवपाल सिंह ने 2022 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने की कामना करते हुए आपस में मेल का प्रस्ताव भी रखा था। हालांकि अखिलेश ने शुक्रवार को यह कहकर शिवपाल के आग्रह को ठुकरा दिया था कि अभी गठबंधन के बारे सोचने के लिए बहुत वक्त है।